नई दिल्ली: बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर राष्ट्रीय जनता दल की ओर से 28 दिन बाद आपत्तियां दर्ज कराई गई हैं। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने गुरुवार को डेली बुलेटिन जारी कर इसकी जानकारी दी है।
चुनाव आयोग ने बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) 2025 के तहत 1 अगस्त से 28 अगस्त (सुबह 10 बजे) तक की प्रगति को लेकर दैनिक बुलेटिन जारी किया।
ईसीआई के अनुसार, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की ओर से 3 आपत्तियां मिली हैं। इसके अलावा, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट-लेनिनिस्ट) (लिबरेशन) की ओर से 79 आपत्तियां मिली हैं, जिनका निपटारा 7 दिन में किया जाएगा।
चुनाव आयोग ने बताया कि बिहार एसआईआर को लेकर दावे और आपत्तियां दर्ज कराने के लिए अब केवल 4 दिन बाकी हैं।
हालांकि, कांग्रेस, जदयू और भाजपा समेत अन्य दलों की ओर से 28 दिनों के बाद कोई आपत्ति नहीं मिली है।
ईसीआई के अनुसार, योग्य मतदाताओं को शामिल करने और अयोग्य मतदाताओं को हटाने के लिए कुल 1,95,802 दावे और आपत्तियां प्राप्त हुईं, जिनमें से 24,991 का निस्तारण 7 दिनों के बाद हुआ। साथ ही, 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के नए मतदाताओं से 8,51,788 फॉर्म 6 (बीएलए सहित) प्राप्त हुए, जिनमें से 37,050 का निस्तारण हुआ।
नियमों के अनुसार, दावों और आपत्तियों का निस्तारण संबंधित ईआरओ या एआरओ द्वारा पात्रता सत्यापन और 7 दिन की नोटिस अवधि पूर्ण होने के बाद ही किया जाएगा।
चुनाव आयोग ने बताया कि 1 अगस्त 2025 को प्रकाशित प्रारूप मतदाता सूची से किसी भी नाम को बिना जांच और निष्पक्ष सुनवाई के नहीं हटाया जाएगा। हटाए गए नामों की सूची, कारण सहित, जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की वेबसाइटों पर ईपीआईसी नंबर के साथ खोज योग्य रूप में उपलब्ध है। असंतुष्ट व्यक्ति आधार कार्ड की प्रति के साथ अपने दावे प्रस्तुत कर सकते हैं।