नई दिल्ली: दिल्ली के भारत मंडपम में 14 से 27 नवंबर तक चलने वाले अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में रविवार को बिहार दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बिहार सरकार के उद्योग विभाग एवं बिहार सूचना केंद्र, दिल्ली द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।
वहीं, बिहार दिवस समारोह के अवसर पर भारत मंडपम के एम्फीथिएटर में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में बिहार से आए लोक कलाकारों ने अपनी गीत-संगीत एवं मनमोहक नृत्य से लोगों का मन मोह लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम से पहले आयोजित प्रेस वार्ता को दिल्ली में बिहार सरकार के स्थानिक आयुक्त एवं बिहार सरकार के इनवेस्टमेंट कमिश्नर व बिआडा (बिहार इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट ऑथोरिटी) के एमडी कुंदन कुमार (आईएएस) एवं उद्योग विभाग के संयुक्त सचिव अनिल कुमार ने संबोधित किया। प्रेस वार्ता का संचालन बिहार सूचना केंद्र, दिल्ली ने किया। इस अवसर पर बिहार पवेलियन के निदेशक संजय कुमार सिंह सहित उद्योग विभाग के कई पदाधिकारी मौजूद थे।
कुंदन कुमार ने कहा कि 44वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में बिहार पवेलियन को इस बार के आईआईटीएफ 2025 के थीम 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के अनुरूप सजाते हुए इनमें बिहार के योगदान को दर्शाया गया है। बिहार पवेलियन को बिहार के लोक कलाकारों ने अपने हाथों से बिहार के लोक कलाओं से बेहतरीन रूप से सजाया है, जो बिहार पवेलियन को खास बनाया है एवं लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस वर्ष बिहार मंडप के मुख्य द्वार को सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में निर्माण हो रहा सीतामाता का मंदिर (प्रस्तावित) का प्रारूप बनाया गया है एवं मुख्य द्वार के बगल में पावापुरी मंदिर के प्रारूप का निर्माण किया गया है। वहीं, दीवारों पर राजगीर का विश्व शांति स्तूप, पटना मेट्रो एवं अन्य द्वार को महाबोधि मंदिर का प्रारूप दिया गया है। बिहार मंडप के सेंट्रल हॉल में बना बिहार संग्रहालय लोगों को आकर्षित कर रहा है।
कुंदन कुमार ने व्यापार मेले से लोगों को बिहार में निवेश करने का आह्वान करते हुए कहा कि बिहार सरकार की नई औद्योगिक निवेश नीति 2025 भारत की श्रेष्ठतम निवेश नीति है, इसलिए मैं सभी को आह्वान कर रहा हूं कि बिहार में निवेश करें एवं मिलने वाले बेहतरीन पैकेज का लाभ उठाएं।
इसके अलावा निवेशकों को जीएसटी एवं अन्य चीजों पर भी भारत में सबसे आकर्षक छूट प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही बिहार उद्योग एवं शहरी विकास में भी अग्रणी राज्य बनेगा।
कुंदन कुमार ने बिहार पवेलियन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बिहार पवेलियन में हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट, बिहार खादी बोर्ड, जीविका, बिहार सरकार के बीएडा एवं पर्यटन विभाग के 65 स्टॉल हैं, जिनमें 5 जीविका दीदी, 5 बिहार खादी बोर्ड, 3 बिहार सरकार के पर्यटन विभाग, 2 बीएडा, 2 आम्रपाली इंपोरियम, सुधा, बिहार के सुप्रसिद्ध कतरनी, स्वर्ण मंसूरी एवं सोनम चावल, प्रमोद मल्टीफूड्स सहित बिहार के नायाब हैंडलूम एवं हैंडीक्राफ्ट उत्पादों के स्टॉल हैं।
वहीं, पवेलियन के केंद्रीय कक्ष में बिहार संग्रहालय की प्रदर्शनी एवं केंद्रीय हॉल में लोक कलाकारों द्वारा गायन भी लोगों को आकर्षित कर रहा है। इसके अलावा मेले के राज्य फूड कोर्ट में जीविका दीदी द्वारा संचालित दीदी की रसोई में बिहार के पारंपरिक व्यंजन भी लोगों को लुभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार पवेलियन में इस बार मेले के थीम के तहत एक भारत श्रेष्ठ भारत में महिलाओं के योगदान को विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया है। पार्टनर स्टेट बिहार का बिहार मंडप को बिहार सरकार के उद्योग विभाग के उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान ने इस बार आईटीपीओ द्वारा इस वर्ष मेले की थीम एक भारत श्रेष्ठ भारत के अनुरूप नायाब रूप दिया है।
--आईएएनएस
