भारत का रुख स्पष्ट, आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं : विक्रम मल्होत्रा

जम्मू, 24 जून (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी के नेता और जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता विक्रम मल्होत्रा ने मंगलवार को पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के हालिया बयानों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणियों को न तो पाकिस्तान में और न ही वैश्विक मंच पर गंभीरता से लिया जाता है।

विक्रम मल्होत्रा ने कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाता, तब तक पानी और खून एक साथ नहीं बह सकता।

विक्रम मल्होत्रा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के बयानों को गंभीरता से लेने की कोई जरूरत नहीं है। उनके बयान अक्सर सुर्खियों में बने रहने के लिए होते हैं। जब भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित करने का फैसला किया, तो पाकिस्तान की सरकार और सैन्य प्रतिष्ठान ने सोशल मीडिया पर भारत का मजाक उड़ाया और कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन, बाद में पाकिस्तान ने भारत को तीन पत्र लिखकर इस फैसले पर पुनर्विचार करने की गुहार लगाई। यह दर्शाता है कि यह मुद्दा उनके लिए कितना गंभीर है।"

विक्रम मल्होत्रा ने कहा, "पाकिस्तान का दावा कि सिंधु जल समझौते का निलंबन उन्हें प्रभावित नहीं करता, खोखला है। उनके तीन पत्र इसकी गंभीरता को दर्शाते हैं। यह निलंबन पाकिस्तान के आम नागरिकों, विशेष रूप से किसानों को प्रभावित करेगा, क्योंकि उनकी 80 प्रतिशत कृषि भूमि की सिंचाई इन नदियों पर निर्भर है। लेकिन भारत का रुख स्पष्ट है कि आतंकवाद और व्यापार, खून और पानी एक साथ नहीं चल सकते।"

उन्होंने आगे कहा कि भारत का 'ऑपरेशन सिंदूर' प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शुरू हुआ एक ऐसा अभियान है, जो केवल स्थगित हुआ है। अगर पाकिस्तान की ओर से कोई गुस्ताखी हुई तो हमारी सेना मुंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह साबित किया है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है। पहलगाम जैसे हमलों में पाकिस्तान की सैन्य प्रतिष्ठान की संलिप्तता जगजाहिर है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी इसकी स्पष्टता है। भारत ने वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया है। हमारी सरकार आंतकवाद को खत्म करने के लिए संकल्पित है।

--आईएएनएस

एकेएस/जीकेटी

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