Azam Khan Release : आजम खान की रिहाई पर सपा सांसद रुचि वीरा ने जताई खुशी, जीएसटी पर केंद्र को घेरा

23 महीने बाद जेल से बाहर आए सपा नेता आजम खान, पार्टी नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
आजम खान की रिहाई पर सपा सांसद रुचि वीरा ने जताई खुशी, जीएसटी पर केंद्र को घेरा

मुरादाबाद: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान मंगलवार को करीब 23 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहा हो गए। मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी की सांसद रुचि वीरा ने उनकी रिहाई पर खुशी जाहिर की।

उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम लोग लंबे समय से आजम खान की रिहाई के लिए दुआ कर रहे थे। आज हम सभी लोगों के लिए बड़ा दिन है।

सांसद रुचि वीरा ने समाजवादी पार्टी की स्थापना में आजम खान के योगदान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह कहना गलत नहीं होगा कि आजम खान ने समाजवादी पार्टी को अपने खून पसीने से सींचा है। वह इस पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। हमारे नेता अखिलेश यादव उनका बहुत सम्मान करते हैं।

रुचि वीरा ने कहा कि यह कहना गलत होगा कि आजम खान जब सलाखों में थे तो उनसे मिलने कोई नहीं पहुंचा था। सच्चाई यह है कि हमारी पार्टी के कई नेता उनसे मिलने जाते थे और उनका हालचाल लेते थे। मैं खुद उनसे व्यक्तिगत तौर पर मिलने पहुंची थी।

आजम खान के बसपा में शामिल होने की अटकलों पर सांसद रुचि वीरा ने कहा कि निश्चित तौर पर इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि वह एक कद्दावर नेता हैं। ऐसी स्थिति में हर पार्टी यह चाहेगी कि आजम खान उनकी पार्टी में शामिल हो जाएं।

मुरादाबाद में 'आई लव मोहम्मद' का जुलूस निकाले जाने पर सांसद रुचि वीरा ने कहा कि इसमें गलत क्या है। अगर कोई नबी को चाहता है तो वह इस तरह का जुलूस निकाल सकता है। किसी को इससे कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। निसंदेह हर किसी को अपने नबी से प्यार करना चाहिए।

वहीं, उन्होंने जीएसटी स्लैब में केंद्र सरकार की तरफ से किए गए सुधार को ‘जीएसटी बचत उत्सव’ के रूप में मनाए जाने को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जीएसटी स्लैब में किए गए सुधार को जीएसटी बचत उत्सव के रूप में मना रही है, तो मेरा सीधा सा सवाल है कि जिस तरह से देश की जनता पिछले 11 साल में जीएसटी की मार झेल रही थी, उसे किस रूप में मनाया जाना चाहिए? क्या अब उसे ‘काला दिवस’ के रूप में मनाया जाए?

 

 

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