मुंबई भोपाल: भारत में प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनियों द्वारा डीलरों के ऊपर भारी दबाव बनाया जा रहा है। वाहन डीलरों के पास जितना स्टॉक है। उसकी तुलना में बिक्री कम है। स्टाक भी ज्यादा दिन रखना पड़ रहा है। डीलरों के ऊपर बैंक ब्याज बढ़ रहा है। उनका मुनाफा घट रहा है।
वाहन निर्माता कंपनी डीलरों के पास ज्यादा से ज्यादा स्टाक रखना चाहती है। कंपनी बिना आर्डर के डीलरों को वाहन भेज रहे हैं। ज्यादा से ज्यादा बिक्री का दबाव बनाया जा रहा है। बाजार में वाहनों की मांग कम हो रही है। ऐसी स्थिति में डीलर काफी परेशान हैं।
फेडरेशन ऑफ़ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ने वाहन निर्माता कंपनियों के दबाव पर आपत्ति जताते हुए विरोध दर्ज कराया है। संगठन का कहना है, डीलरों का मार्जिन पहले की तुलना में घटा है। बिक्री बढ़ाने के लिए ज्यादा डिस्काउंट देना पड़ रहा है। ज्यादा स्टॉक रखने के कारण बैंक का ब्याज डीलरों के ऊपर बढ़ता चला जा रहा है। बाजार में जिस तरह की प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। उसमें डीलर का मार्जिन कम हो रहा है। वाहन निर्माता कंपनियों द्वारा वाहनों की बिक्री बढ़ाने के लिए नए-नए डीलर तैयार किये जा रहे हैं। जिसके कारण वाहन डीलरों में नाराजगी देखने को मिल रही है।