नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के मामले में नया खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी राजेश खिमजी सकारिया और उसके सहयोगी तहसीन सैय्यद ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, राजेश ने हमले के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर एक सब्जी की रेहड़ी से चाकू लिया था, जिसे उसने बाद में सिविल लाइंस इलाके में फेंक दिया।
हालांकि, दिल्ली पुलिस अभी भी इस चाकू की तलाश में जुटी है और राजेश से सिविल लाइंस में निशानदेही करवा रही है, ताकि चाकू बरामद किया जा सके।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, जांच में सामने आया है कि राजेश और तहसीन दोनों डॉग लवर हैं और लगातार संपर्क में थे। पूछताछ में तहसीन ने स्वीकार किया कि उसे राजेश की पूरी प्लानिंग की जानकारी थी।
बताया जा रहा है दिल्ली पुलिस ने तहसीन और राजेश को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ भी की। राजेश ने तहसीन से कहा था, 'कुछ बड़ा करना होगा' और यह भी बताया था कि 'जो रास्ते में आएगा, उसे नहीं छोड़ूंगा।'
तहसीन ने राजेश को 2,000 रुपए की आर्थिक मदद भी दी थी, जो हमले की योजना का हिस्सा माना जा रहा है।
जांच से पता चला कि राजेश ने शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट को निशाना बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन वहां की कड़ी सुरक्षा के कारण उसने अपना इरादा बदल दिया। इसके बाद उसने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को आसान लक्ष्य मानकर उनके शालीमार बाग स्थित आवास की रेकी की और हमले की योजना बनाई।
राजेश ने 19 अगस्त को दिल्ली पहुंचकर गुजराती भवन में रात बिताई थी और हमले से पहले आरोपी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर से सब्जी की रेहड़ी से चाकू भी उठाया था। आरोपी के प्लान के बारे में तहसीन सबकुछ जानता था।
इस बीच, दिल्ली पुलिस आरोपी राजेश को गुजराती भवन भी लेकर गई, जहां वह रात में रुका था। इसके अलावा, पुलिस राजेश को उन दोनों जगह भी लेकर गई, जहां से उसने चाकू उठाया था और उसके बाद हमले से पहले उसे फेंक दिया था।