इचलकरंजी (कोल्हापुर), 30 सितंबर (आईएएनएस)। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद मुस्लिमीन ने इचलकरंजी के यशोलक्ष्मी मैदान में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया।
इस सभा में एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज जलील, समीर बिल्डर, सिराज नदाफ, फारूक शाब्दी, सैफ पठान सहित कई प्रमुख नेता मौजूद थे। कोल्हापुर जिला अध्यक्ष इम्रान सनदी ने गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। सभा में इचलकरंजी और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए।
प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज जलील ने कहा कि कोल्हापुर और इचलकरंजी में उनकी सभाओं का विरोध करने की कोशिश की गई। लेकिन, एआईएमआईएम डटकर मुकाबला करेगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश में "आई लव मोहम्मद" बैनर को लेकर हुए विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि पैगंबर मोहम्मद का स्थान उनके दिलों में है, जिसे कोई मिटा नहीं सकता। मुस्लिम समुदाय को संदेश देते हुए ओवैसी ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद से सच्चा प्रेम दिखाने के लिए पांच वक्त की नमाज पढ़ें, रोजा रखें और किसी महिला पर हाथ न उठाएं।
असदुद्दीन ओवैसी ने अपने भाषण में कई मुद्दों पर बात की। उन्होंने पहलगाम में 26 भारतीय नागरिकों की मौत का जिक्र करते हुए भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि जब प्रधानमंत्री कहते हैं कि "खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते," तो भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच क्यों कराया गया?
ओवैसी ने हिंदुत्ववादी संगठनों पर निशाना साधते हुए कहा, "मैं धर्म के लिए मरने को तैयार हूं, क्या तुम तैयार हो?"
ओवैसी ने पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उन्हें, जो चार बार सांसद और दो बार विधायक रहे, नोटिस थमाया गया, जबकि अन्य नेताओं को ऐसी कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ता। उन्होंने इसे प्रशासन की कमजोरी बताया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि फतेहपुर में दरगाह पर हमले के दौरान वे चुप थे, लेकिन बरेली में "आई लव मोहम्मद" पोस्टर पर तुरंत कार्रवाई की गई। उन्होंने वक्फ कानून हटाने के लिए मोदी सरकार की आलोचना की और कहा कि मुस्लिम समुदाय अपनी मस्जिदें नहीं छोड़ेगा। ओवैसी ने जोर देकर कहा, "अल्लाह सबसे बड़ी ताकत है, किसी से डरने की जरूरत नहीं।"
--आईएएनएस
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