AIMIM Third Front Bihar: बिहार चुनाव में तीसरे मोर्चे के लिए एआईएमआईएम ने शुरू की बातचीत

बिहार चुनाव में एआईएमआईएम की तीसरे मोर्चे की तैयारी, गठबंधन पर उदासीनता का आरोप
बिहार चुनाव में तीसरे मोर्चे के लिए एआईएमआईएम ने शुरू की बातचीत

पटना:  बिहार चुनाव में अब तीसरे मोर्चे को लेकर भी संभावना बनती दिख रही है। एआईएमआईएम ने अन्य दलों से इसको लेकर बातचीत शुरू भी कर दी है। महागठबंधन की ओर से एआईएमआईएम के लिए अपनाए गए उदासीन रुख के बाद बिहार प्रदेश प्रमुख अख्तरुल ईमान ने कहा कि मंजिल तक पहुंचने के लिए पार्टी ने अपने लिए सभी विकल्प खोल रखे हैं।

एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश प्रमुख अख्तरुल ईमान ने कहा, "हम थर्ड फ्रंट के लिए भी कोशिश कर रहे हैं। अगर ट्रेन छूट जाती है तो लोग बस से सवारी करेंगे। मंजिल तक पहुंचने के लिए तो कुछ करना ही होगा। थर्ड फ्रंट के लिए कई लोगों से बातचीत चल रही है। मेरा ग्रैंड डेमोक्रेटिक एलायंस पहले से था ही। हमारे कुछ लोग हैं और कुछ नए साथियों से बातचीत हो रही है।"

एआईएमआईएम ने बिहार विधानसभा चुनाव के पहले इंडिया ब्लॉक में शामिल होने की इच्छा जाहिर की थी। अख्तरुल ईमान ने कहा कि हमने बिहार के आम जनों के हित में, सौहार्दपूर्ण वातावरण को बनाने के लिए तथा सांप्रदायिक सरकार को हटाने के लिए बड़ा दिल दिखाते हुए यह प्रस्ताव दिया है। लेकिन, उन्होंने इस उदारता को कमजोरी समझ लिया। उन्होंने कहा कि उनके प्रवक्ताओं के बयान जो आते हैं, उससे तकलीफ होती है। हालांकि उनके कुछ सांसदों और विधायकों से इसे लेकर बात की है। अब तय उनको करना है। लेकिन यह भी तय है कि हम एक समय तक ही इंतजार करेंगे।

उन्होंने कहा कि हम किसी चीज के मोहताज नहीं हैं। गेंद अब गठबंधन के पाले में है। उनको संजीदा होना चाहिए। वह जो चाहे करें। अगर वह नहीं करेंगे तो हम ज्यादा सीटों पर लड़ेंगे। ऐसा होता है तो किसी को उंगली नहीं उठानी चाहिए। इधर, जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर की भूमिका को लेकर एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश प्रमुख अख्तरुल ईमान ने कहा कि वे मैनेजमेंट के आदमी हैं। ऐसा कुछ प्रभाव नहीं है। वे आम चुनाव कभी लड़े नहीं हैं। आवाम आजकल बहुत चुप्पी साधे रहती है। अभी कुछ कहना मुश्किल है।

 

 

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