चेन्नई: तमिलनाडु विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही, एआईएडीएमके बुधवार को चेन्नई के बाहरी इलाके वनगरम में अपनी अहम एग्जीक्यूटिव कमेटी और जनरल काउंसिल की बैठकें करेगी।
इन दोनों मीटिंग्स को पार्टी के लिए एक निर्णायक पल के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि वह बढ़ती राजनीतिक चुनौतियों के बीच फिर से एकजुट होने और अपनी चुनावी रणनीति बनाने की कोशिश कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन के बाद से, एआईएडीएमके अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है, उसे कई चुनावी झटके और अंदरूनी उथल-पुथल का सामना करना पड़ा है। यह पार्टी, जो भाजपा के साथ गठबंधन में आने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है, उसे उम्मीद है कि वह और क्षेत्रीय पार्टियों को साथ लाकर एक बड़ा 'मेगा गठबंधन' बनाकर गठबंधन का विस्तार करेगी।
आज की चर्चाओं के केंद्र में महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी का नेतृत्व है। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि पलानीस्वामी पर संगठन को एकजुट करने, गुटबाजी के मुद्दों को सुलझाने और मतदाताओं के सामने एक मजबूत चेहरा पेश करने का दबाव बढ़ रहा है।
इस राजनीतिक रूप से तनावपूर्ण माहौल में, इन मीटिंग्स का महत्व और बढ़ जाता है। वरिष्ठ नेताओं ने संकेत दिया कि कार्यकारी समिति और आम परिषद से पार्टी की चुनाव रणनीति पर विस्तार से चर्चा करने, संगठनात्मक बदलावों को अंतिम रूप देने और कई राजनीतिक प्रस्ताव पारित करने की उम्मीद है।
सबसे ज्यादा जिस बात पर नजर रहेगी, वह है एक प्रस्ताव जिसमें औपचारिक रूप से एडप्पादी के. पलानीस्वामी को 2026 के चुनावों के लिए एआईएडीएमके के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जाएगा।
आम परिषद की बैठक, जिसकी अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष तमिलमगन हुसैन कर रहे हैं, उसमें पूरे राज्य से 2,500 से ज्यादा सदस्य हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम स्थल को जयललिता और पलानीस्वामी के बड़े-बड़े कट-आउट से सजाया गया है, जो पार्टी की अपनी विरासत को मौजूदा नेतृत्व के साथ मिलाने की कोशिश को दिखाता है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि उपस्थित लोगों के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं, पार्टी के विभिन्न विंग से बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद को देखते हुए लगभग 10,000 लोगों के लिए खाने का इंतजाम किया गया है। यह बैठक वनागरम में एक प्राइवेट वेडिंग हॉल में हो रही है, जिसे कड़ी सुरक्षा घेरे में रखा गया है।
--आईएएनएस
