अहिल्यानगर: महाराष्ट्र के अहिल्यानगर के सुपा इलाके में लंबे समय से दहशत फैलाने वाले कुख्यात डकैत गिरोह को क्राइम ब्रांच पुलिस ने दबोच लिया। नगर-पुणे हाइवे के चास घाट इलाके में डकैती की तैयारी कर रहे पांच आरोपियों को पुलिस ने घेराबंदी कर गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक इनोवा कार, पिस्तौल, जिंदा कारतूस और डकैती में इस्तेमाल होने वाले अन्य सामान समेत लगभग 8 लाख रुपए का माल जब्त किया। इस गिरोह का सरगना लंबे समय से इलाके में आतंक का पर्याय बन चुका था। पुलिस ने गिरोह की दहशत खत्म करने और जनता में विश्वास कायम करने के लिए अनोखा कदम उठाया।
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें गांव में बारात निकालकर पूरे इलाके में घुमाया गया। इससे लोगों की आंखों के सामने अपराधियों की गुंडागर्दी चकनाचूर होती दिखाई दी। पुलिस की इस कार्रवाई से हाइवे पर सफर करने वाले यात्रियों और स्थानीय जनता ने राहत की सांस ली और माहौल में सुकून महसूस किया।
इससे पहले, गुरुवार को एक अन्य कार्रवाई में मुंबई पुलिस ने कांदिवली चारकोप इलाके में हुए व्यवसायी अयूब सैयद की हत्या मामले में फरार आरोपी को गिरफ्तार किया था। पुलिस की जांच में यह सामने आया कि अयूब की हत्या उनके छोटे बेटे हामिद अयूब सैयद (41) और उनके बिजनेस पार्टनर शानू मुश्ताक चौधरी (40) ने करवाई थी। पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।
मुंबई पुलिस ने हत्याकांड में शामिल फरार आरोपी शहनवाज कुरैशी को गोवंडी इलाके से गिरफ्तार किया। शहनवाज का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। नाबालिग रहते हुए उस पर हत्या का मामला दर्ज किया जा चुका है।
पुलिस के मुताबिक, व्यवसायी अयूब सैयद की हत्या के लिए आरोपियों को करीब 6.5 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। करीब एक महीने पहले हामिद और शानू ने मिलकर हत्या की योजना बनाई थी। बताया जा रहा है कि करोड़ों की संपत्ति होने के बावजूद हामिद पैसों की तंगी से जूझता था। जब भी वह पैसे मांगता, उसके पिता उसे अपमानित कर देते। इसी नाराजगी और लालच में उसने पिता को रास्ते से हटाने का निर्णय लिया और शानू को इसमें शामिल कर लिया।