मोतिहारी: राजद के नेता और बिहार के पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने रविवार को एक ओर भाजपा और जदयू सहित बिहार सरकार को निशाने पर लिया, वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के नेता मुकेश सहनी के सरकार बनने पर उपमुख्यमंत्री की दावेदारी को भी सिरे से नकार दिया।
मोतिहारी में एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कोई भी कुछ भी दावेदारी कर ले, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है, लेकिन जहां तक गठबंधन की बात है, तो गठबंधन में इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई है।
उन्होंने मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चोर की दाढ़ी में तिनका है। उन्होंने कहा, "भाजपा के नेता अब यह बयान देने लगे हैं कि बांग्लादेशी घुसपैठिये आ गए हैं, वे वोटर बन गए हैं। अगर बांग्लादेशी घुसपैठिये आ गए और वोटर बन गए, तो यह सीधा केंद्र सरकार की असफलता है। अगर ऐसा है, तो यह बड़ी असफलता है।"
इधर, बिहार सरकार द्वारा लगातार की जा रही घोषणाओं को लेकर भी राजद नेता ने निशाना साधा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बिहार के पेंशनधारियों के बैंक खाते में 1100 रुपए भेजे जाने को लेकर उन्होंने कहा कि जनता सब समझती है कि जब चुनाव आया है, तो घोषणाएं हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में आचार संहिता लगने वाली है। इससे पहले सरकार को जितनी घोषणा करनी है, करने दो, लेकिन बिहार के गरीब इनकी अंतिम चरण में की जा रही घोषणाओं पर यकीन नहीं कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत 1.12 करोड़ से अधिक पेंशनधारियों के खाते में 1247.34 करोड़ रुपए की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की।