नई दिल्ली: दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को भी भाजपा पर हमला बोला। 'आप' नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा ने रैली में भीड़ जुटाने के लिए एमसीडी कर्मचारियों को जबरन बुलाया और बसों में भरकर भेजा।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने प्रेसवार्ता में कहा कि दिल्ली में रैली फ्लॉप रही। जनता भाजपा की विपदा सरकार से नाराज है, इसलिए रैली में नहीं पहुंची। यही कारण है कि भाजपा ने सोशल मीडिया पर भीड़ की कोई तस्वीर साझा नहीं की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को बताना चाहिए कि आखिर भाषण सुनने के लिए कितने लोग मौजूद थे।
विधायक संजीव झा ने कहा कि रैली में एमसीडी कर्मचारियों को जबरन भेजा गया। कर्मचारियों को धमकाया गया कि अगर रैली में नहीं आए तो सख्त कार्रवाई होगी। निगम पार्षद और जोन चेयरमैन खुद कर्मचारियों को बसों में भरकर भेज रहे थे। कई वीडियो सोशल मीडिया पर मौजूद हैं। मेयर आदेश जारी करने से इनकार कर रहे हैं, जबकि आदेश की कॉपी उनके पास मौजूद है। अगर मेयर सच बोल रहे हैं तो सवाल है कि यह आदेश आखिर किसने जारी किया। इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
'आप' नेताओं ने कहा कि दिल्ली में रैली थी, लेकिन जनता ने कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई। रैली में दो राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, उपराज्यपाल और सांसद मौजूद थे। इसके बावजूद जनता ने दूरी बनाए रखी। इसका कारण भाजपा सरकार की विफलताएं और जनता में बढ़ती नाराजगी है। दिल्ली की सड़कों पर कूड़े के ढेर लगे हैं, लेकिन सफाईकर्मियों को भाजपा रैलियों और तिरंगा यात्राओं में बुला रही है। कर्मचारी सफाई करें या नेताओं की भीड़ बढ़ाने का काम करें? यह संवैधानिक मर्यादा का उल्लंघन है।