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नई दिल्ली, 9 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को कहा कि सभी नागरिकों को सुलभ, किफायती और व्यापक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 'आयुष्मान आरोग्य मंदिर' अभियान पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत दिल्ली के विभिन्न इलाकों में प्राथमिक और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं लोगों को उनके घर के नजदीक उपलब्ध कराने के लिए आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किए जा रहे हैं। यह पहल 'टाइम टू केयर' के सिद्धांत पर आधारित है और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के लक्ष्य के अनुरूप है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि अब दिल्ली सरकार अपने स्वास्थ्य केंद्रों को किराए के भवनों में नहीं चलाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार के पास पर्याप्त सरकारी भवन उपलब्ध हैं, जहां से इन आरोग्य मंदिरों को संचालित किया जा रहा है। वर्तमान में दिल्ली में 168 आयुष्मान आरोग्य मंदिर कार्यरत हैं, जबकि दिसंबर तक 187 और केंद्र शुरू किए जाने की योजना है।
सीएम ने कहा कि सरकार लगातार और ठोस प्रयास कर रही है ताकि नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उनके निकट ही उपलब्ध हो सकें और उन्हें अस्पतालों के चक्कर बार-बार न लगाने पड़ें। ये आरोग्य मंदिर 'आयुष्मान भारत' कार्यक्रम के तहत स्थापित किए जा रहे हैं, जिसके अंतर्गत उप-स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं में उन्नत किया जा रहा है। इन केंद्रों का उद्देश्य केवल सामान्य बीमारियों का इलाज करना ही नहीं, बल्कि जरूरत पड़ने पर मरीजों को रेफर करना और समुदाय की आवश्यकताओं के अनुसार सम्मानजनक व गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना भी है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले के 'मोहल्ला क्लीनिक' सीमित सुविधाओं के कारण अपनी सेवाओं का विस्तार नहीं कर पा रहे थे। दूसरी तरफ, आयुष्मान आरोग्य मंदिर आधुनिक और उन्नत ढांचे से लैस हैं जो व्यापक और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं देने में सक्षम हैं। इन केंद्रों में ओपीडी सेवाएं, बाहरी प्रयोगशालाओं के माध्यम से डायग्नोस्टिक टेस्ट, निशुल्क दवाएं, मातृ और प्रसवपूर्व देखभाल, नवजात व बाल स्वास्थ्य सेवाएं, किशोर स्वास्थ्य, परिवार नियोजन, प्रजनन स्वास्थ्य, संक्रामक और गैर-संक्रामक रोगों की जांच व उपचार, नेत्र व ईएनटी देखभाल, बेसिक डेंटल सेवाएं, बुजुर्गों की देखभाल, मानसिक स्वास्थ्य जांच और आपातकालीन चिकित्सा सहायता जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि यह नया ढांचा समेकित और समावेशी प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की दिशा में एक बड़ा कदम है। आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानक लागू किए गए हैं ताकि सभी केंद्रों में समान गुणवत्ता का ढांचा, मानव संसाधन, दवाएं, जांच सुविधाएं, उपकरण और शासन व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। इससे नागरिकों को निरंतर और समान स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जिन क्षेत्रों में पहले मोहल्ला क्लीनिक कार्यरत थे, वहां स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतरता बनाए रखते हुए आरोग्य मंदिरों के माध्यम से लोगों को चिकित्सा सुविधाएं मिल रही हैं। सरकार का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ लोगों में विश्वास कायम करना और 'वेलनेस एंड ट्रस्ट' की संस्कृति को बढ़ावा देना है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर अब दिल्ली की स्वास्थ्य प्रणाली का नया चेहरा बन रहे हैं, जो राजधानी को स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नई पहचान और दिशा दे रहे हैं।
--आईएएनएस
पीएसके