तितली से बालासन तक, नन्हे-मुन्नों से कराएं ये योगासन, स्वस्थ शरीर तो तेज होगा दिमाग

नई दिल्ली, 24 नवंबर (आईएएनएस)। आज के डिजिटल एज में जहां बच्चों पर पढ़ाई का बोझ और स्क्रीन का तनाव बढ़ता जा रहा है। लिहाजा, शरीर के साथ आंख पर भी नकारात्मक प्रभाव बढ़ सकता है। वहीं, कई योगासन हैं, जिसके जरिए बच्चों को चुस्त-दुरुस्त रखा जा सकता है।

भारत सरकार का आयुष मंत्रालय बच्चों के लिए योग को न सिर्फ स्वास्थ्य का आधार बताता है, बल्कि इसे खेल-खेल में करने की सलाह भी देता है। रोजाना कुछ मिनट के सरल योगासन बच्चों का शरीर स्वस्थ, मन शांत और दिमाग तेज बनाते हैं। इसके लिए तीन खास आसन सुझाए गए हैं, जिन्हें बच्चे बहुत आसानी से कर सकते हैं।

मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योगा तीन आसन के बारे में सुझाव देता है, जो बच्चों के लिए लाभकारी हैं। पहला है बालासन यानी चाइल्ड पोज, इसके लिए बच्चे घुटनों के बल बैठें, आगे की तरफ झुकें और माथा जमीन पर टिकाएं। इस आसन से पढ़ाई की थकान मिनटों में दूर हो जाती है, दिमाग शांत होता है और पीठ-कंधों की जकड़न खुल जाती है। रात में नींद भी गहरी आती है।

दूसरा है तितली आसन। इसके लिए बच्चे जमीन पर बैठें, दोनों पैरों के तलवे आपस में जोड़ें और घुटनों को तितली के पंखों की तरह ऊपर-नीचे हिलाएं। इससे पैरों और कमर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, कूल्हों का दर्द दूर होता है और मन में पॉजिटिविटी आती है।

तीसरा है वृक्षासन। इसमें एक पैर पर खड़े होकर दूसरा पैर घुटने पर टिकाएं और दोनों हाथ सिर के ऊपर जोड़कर पेड़ बन जाएं। इससे संतुलन बढ़ता है, एकाग्रता तेज होती है और कॉन्फिडेंस भी आता है।

मंत्रालय स्पष्ट करता है कि योगासन के अभ्यास से बच्चों को कई फायदे मिल सकते हैं। लेकिन उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को देखते हुए, उन्हें ध्यानपूर्वक योग सीजन में शामिल करना चाहिए और योग करने का कुल समय 35 मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए।

--आईएएनएस

एमटी/एबीएम

Related posts

Loading...

More from author

Loading...