नई दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)। फिटकरी सिर्फ पानी साफ करने या शेव के बाद लगाने तक सीमित नहीं है। आयुर्वेद में इसे रोगनाशक, त्वचा रक्षक और दंत स्वास्थ्य का रक्षक माना गया है। इतना ही नहीं इसकी मदद से घर की नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर किया जा सकता है।
चरक संहिता में फिटकरी को "स्फटिक" के नाम से जाना जाता है और इसे "त्रिदोषनाशक" माना गया है, जिसका अर्थ है कि यह वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को शांत करती है। ऋषि चरक के अनुसार, फिटकरी का कसैला और शीतल गुण इसे त्वचा रोग, पाचन विकार और सूजन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाता है। यह त्रिदोष संतुलन वाली औषधि मानी गई है—कफ दोष को खास तौर पर कम करती है, साथ ही वात और पित्त को भी नियंत्रित करती है। फिटकरी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो मुंहासे, खुजली, फोड़े-फुंसी से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, फिटकरी को शहद के साथ मिलाकर खाने के भी बड़े लाभ हैं। यह काली खांसी और बलगम की समस्या से राहत दिलाती है। इसके अलावा, डैंड्रफ और खुजली से राहत पाने के लिए आप शैम्पू में 1-2 चम्मच फिटकरी मिलाकर बाल धो लें। ऐसा करने से स्कैल्प साफ हो जाएगा।
फिटकरी के पाउडर को गुलाबजल या सादे पानी में मिलाकर चेहरे पर लगाने से भी लाभ मिलता है। वहीं, मुलायम त्वचा पाने के लिए एक चम्मच फिटकरी पाउडर में बराबर मात्रा में शहद मिलाकर और कुछ बूंदें नींबू के रस की डालकर बनाया पेस्ट फायदा पहुंचाता है। इसे चेहरे पर 20 से 30 मिनट लगाने के बाद हल्के हाथों से छुड़ाते हुए धोकर हटाने से त्वचा मुलायम हो जाती है।
फेस मसाज के लिए पोटैशियम एलम आधे चम्मच पानी के साथ मिलाकर चेहरे पर 10-15 मिनट तक लगाने से त्वचा कसी हुई और स्वस्थ दिखाई देती है।
वहीं, अगर आप गैस और पेट भारीपन से परेशान हैं तो खाने के बाद थोड़ी मात्रा में फिटकरी पानी पीने से पेट संबंधी परेशानी कम हो सकती है। इतना ही नहीं, बारिश के मौसम में जब मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है तो पूल या पानी की बाल्टी में फिटकरी डालने से पानी साफ होता है और मच्छर का लार्वा खत्म होता है।
फिटकरी में पोटैशियम और एल्युमिनियम सल्फेट होते हैं, जो जल की अशुद्धियों को दूर कर संक्रामक सूक्ष्मजीवों को मारते हैं। घर से बुरी या नकारात्मक शक्तियों को दूर करने के लिए भी फिटकरी का टोटका आजमाया जाता है। विशेषज्ञ ही नहीं, हमारे बड़े बुजुर्ग भी इसकी सलाह देते हैं। फिटकरी घर में रखने से 'नजर दोष' दूर होता है; इसे तकिए के नीचे रखने, जलाने या पानी में डालकर प्रयोग करने से नेगेटिविटी दूर होती है।
--आईएएनएस
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