नई दिल्ली, 29 सितंबर (आईएएनएस)। शकरकंद, जिसे स्वीट पोटैटो भी कहते हैं, भारत की मिट्टी में उगने वाली एक खास और पोषक जड़ वाली सब्जी है। यह स्वाद में हल्की मीठी होती है और कई तरह से पकाई जा सकती है, चाहे उबाली जाए, भूनी जाए या फिर सब्जी में इस्तेमाल हो। पोषक तत्वों से भरी शकरकंद सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है, जो हमारे शरीर को मजबूत बनाए रखती है।
शकरकंद का रंग सफेद, नारंगी या जामुनी हो सकता है। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर, विटामिन ए, विटामिन सी, पोटैशियम, आयरन और प्राकृतिक मिठास होती है। शकरकंद की सबसे खास बात यह है कि इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं।
बात करें नारंगी रंग वाली शकरकंद की, तो इसमें विटामिन ए का स्रोत बीटा कैरोटीन काफी ज्यादा होता है, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने, त्वचा को निखारने और बच्चों की ग्रोथ में मदद करता है।
दूसरी तरफ जामुनी शकरकंद में एंथोसायनिन नाम का तत्व होता है, जो शरीर के अंदर मौजूद गंदगी यानी फ्री रेडिकल्स को साफ करता है। यह दिल की बीमारियों, कैंसर, और मधुमेह जैसी गंभीर समस्याओं से बचाने में मदद करता है। शकरकंद खाने से दिमाग भी तेज होता है।
अमेरिकन लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, जो नियमित रूप से शकरकंद से बने एक्सट्रैक्ट खाते हैं, उनकी याददाश्त बेहतर होती है। यानी यह सब्जी न सिर्फ शरीर, बल्कि दिमाग को भी फायदा पहुंचा सकती है। साथ ही, यह आंतों की सफाई में भी मदद करती है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है।
शकरकंद को लेकर बहुत से लोग मानते हैं कि पकाने से सब्जियों के पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं, लेकिन शकरकंद के साथ ऐसा नहीं है। कुछ तरीकों से पकाने पर इसमें मौजूद फायदेमंद तत्व और भी ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं। जैसे कि अगर शकरकंद को भूनकर खाया जाए, तो उसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स बढ़ जाते हैं। उबालने पर कुछ फाइबर और विटामिन बाहर निकल सकते हैं, लेकिन फिर भी यह सेहत के लिए अच्छा रहता है। स्टीमिंग और माइक्रोवेव करने से भी शकरकंद के पोषक तत्वों में ज्यादा नुकसान नहीं होता।
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