भोपाल: पिछले 6 माह में मई से अक्टूबर के बीच मध्य प्रदेश में 12186 से अधिक हार्ट अटैक के मामले सामने आए हैं। यह आंकड़े 108 एंबुलेंस के माध्यम से जो मरीज अस्पताल पहुंचाए गएउनके हैं। इससे भी अधिक मामले हार्टअटैक के होने की बात कही जा रही है। जो मरीज अपने साधनों से सीधे निजी अस्पतालों में या सरकारी अस्पतालों में चले गए थे।
अनियमित खान-पान और अनियमित दिनचर्या के कारण दिल के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ठंड के मौसम में हार्ट अटैक की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं। गर्मी और बारिश के समय जब हार्टअटैक के इतने ज्यादा मामले मध्य प्रदेश में सामने आए हैं। तो सर्दियों में यह संख्या बड़ी तेजी के साथ बढ़ सकती है।
इसको ध्यान में रखते हुए सर्दी के मौसम में बुजुर्गों को और जिन लोगों को कोई भी बीमारियां हैं। उनको बहुत ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है। विशेषज्ञों के अनुसार बदलती जीवन शैली शरीर की क्षमता से अधिक कसरत करना अथवा बेहद कम शारीरिक गतिविधियों के कारण दिल के रोगियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। इस मामले में आदिवासी क्षेत्रों में हार्ट अटैक की घटनाएं सबसे कम होती हैं। 108 एंबुलेंस से प्राप्त जानकारी में 25 मरीजों को ही एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाने की नौबत आई है।