नई दिल्ली, 29 सितंबर (आईएएनएस)। पेट पर जमी फैट न केवल देखने में खराब लगती है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों की वजह भी बन सकती है। मोटापा खासकर पेट के आसपास हो, तो डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और दिल के रोगों का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसके साथ ही यह आत्मविश्वास को भी धीरे-धीरे कम करने लगता है। ऐसे में फैट को कम करना सिर्फ दिखावे के लिए नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी जरूरी है।
अगर आप जिम नहीं जा सकते या कोई हार्ड वर्कआउट नहीं करना चाहते, तो योग आपके लिए एक बेहतर और असरदार विकल्प हो सकता है। योग न केवल शरीर को लचीला बनाता है, बल्कि आपके मानसिक तनाव को भी कम करता है।
नौकासन:- इस आसन में शरीर को नाव जैसी स्थिति में लाना होता है। जब आप पीठ के बल लेटकर धीरे-धीरे अपने सिर और पैरों को ऊपर उठाते हैं, तो पेट की मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं। यह सिकुड़न पेट के अंदर जमी चर्बी को एक्टिव करती है और उसे पिघलाने की प्रक्रिया शुरू होती है। इस आसन में जितनी देर आप टिके रहते हैं, उतनी ही ज्यादा मेहनत आपकी कोर मसल्स करती हैं, जिससे टमी टोन होने लगता है। यह आसन पेट के अलावा जांघ और कमर के हिस्से को भी मजबूत बनाता है।
भुजंगासन:- इसे करते वक्त शरीर को फर्श पर उल्टा लेटाकर धीरे-धीरे अपनी छाती को ऊपर उठाना होता है। जैसे ही आप ऐसा करते हैं, आपके पेट की मांसपेशियों में खिंचाव आता है और रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आने लगता है। इस खिंचाव की वजह से पेट के अंदरूनी हिस्सों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और जमा फैट पिघलने लगता है। यह आसन पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाता है, जिससे पेट की सूजन और गैस की समस्या भी दूर होती है।
पवनमुक्तासन:- जिन लोगों को पेट में गैस और अपच जैसी समस्याओं की शिकायत रहती है, उनके लिए यह आसन काफी फायदेमंद है। इस आसन में जब आप घुटनों को छाती की ओर खींचते हैं और सिर को घुटनों से मिलाने की कोशिश करते हैं, तो पेट पूरी तरह सिकुड़ता है। यह सिकुड़न आपके पाचन तंत्र को एक्टिव करती है और पेट के अंदर की चर्बी को धीरे-धीरे कम करने लगती है। रोजाना इस आसन को करने से पेट हल्का लगता है और ब्लोटिंग की शिकायत भी नहीं होती।
--आईएएनएस
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