नई दिल्ली, 2 जुलाई (आईएनएस)। कच्ची अदरक पाचन में सुधार करती है, मतली को कम करती है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है। वहीं, भुनी हुई अदरक भी बहुत फायदेमंद है। यह जोड़ों के दर्द से राहत दिलाती है, ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है और वजन घटाने में मदद करती है।
चरक संहिता में अदरक को विश्वभेषज (विश्व की औषधि) और वृष्य (बलवर्धक) कहा गया है। भुनी हुई अदरक का सेवन पाचन, रोग प्रतिरोधक क्षमता और जोड़ों के दर्द में आराम के लिए फायदेमंद माना गया है। यह गठिया और अन्य जोड़ों की समस्याओं में राहत देने के लिए जाना जाता है। इसमें सूजन को कम करने वाले गुण होते हैं, जो दर्द और जकड़न को दूर करने में मदद करते हैं।
अदरक में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाने में मदद करते हैं। अदरक सर्दी-जुकाम या गले की खराश में भी असरदार है और कई बीमारियों से लड़ने में भी मदद करता है।
आयुर्वेद की माने तो अदरक में शुगर को कंट्रोल करने की क्षमता होती है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से शरीर में इंसुलिन की कार्यक्षमता बेहतर होती है और ब्लड शुगर लेवल भी स्थिर रहता है। भुनी हुई अदरक हार्ट डिजीज के खतरे को कम करने में सहायक है, और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करती है, जिससे हार्ट हेल्थ रहता है।
अदरक का सेवन मानसिक तनाव और चिंता को कम करता है। भुने हुए अदरक का सेवन ब्रेन फंक्शन को भी बेहतर बनाता है जिससे मूड को स्थिर रखने में मदद मिलती है। भोजन के बाद भुनी हुई अदरक का सेवन करने से पाचन-तंत्र से जुड़ी कई समस्याएं दूर होती हैं। यह कब्ज, पेट दर्द, पेट की ऐंठन, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाकर भोजन को ठीक से पचाने में मदद करती है।
भुनी हुई अदरक मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है, जिससे कैलोरी तेजी से बर्न होती हैं। यह भूख को भी नियंत्रित करती है और वजन घटाने में मदद कर सकती है।
गर्भवती महिलाएं और अत्यधिक पित्त प्रकृति वाले लोगों को भुनी हुई अदरक का सेवन डॉक्टर से पूछकर करना चाहिए। खाली पेट अधिक मात्रा में भुनी हुई अदरक का सेवन न करें, वरना पेट में जलन हो सकती है।
--आईएएनएस
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