हार्ट अटैक अचानक नहीं आता, शरीर देता है पहले से संकेत! जानें लक्षण

नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। हर साल लाखों लोग हार्ट अटैक यानी दिल के दौरे के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। अक्सर इसकी वजह यह होती है कि लोग इसके शुरुआती लक्षणों को पहचान नहीं पाते या उन्हें मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। जबकि सच्चाई यह है कि दिल का दौरा अचानक नहीं आता, बल्कि शरीर पहले से ही कई संकेत देता है।

हार्ट अटैक तब होता है, जब हृदय को ऑक्सीजन और पोषण पहुंचाने वाली कोरोनरी धमनी किसी रुकावट या ब्लॉकेज के कारण बंद हो जाती है। यह ब्लॉकेज आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल के जमाव, रक्त के थक्के (ब्लड क्लॉट), उच्च रक्तचाप, मधुमेह, धूम्रपान या अत्यधिक तनाव के कारण होता है।

हार्ट अटैक का सबसे आम लक्षण सीने में दबाव या दर्द होता है, जो कई बार जलन या भारीपन जैसा महसूस होता है। यह दर्द बाएं कंधे, बांह, जबड़े या पीठ तक फैल सकता है और लगातार या रुक-रुक कर बना रह सकता है।

इसके अलावा, सांस लेने में तकलीफ भी एक प्रमुख संकेत है। हल्की गतिविधि पर भी सांस फूलना या सोते समय सांस लेने में कठिनाई महसूस होना। बिना गर्मी या मेहनत के पसीना आना, ठंडी या चिपचिपी त्वचा होना भी चेतावनी संकेत हैं। कई लोगों को मतली, उल्टी जैसा मन होना, चक्कर आना या बेहोशी जैसा अनुभव भी होता है। कुछ मरीजों में अत्यधिक थकान, कमजोरी और सुस्ती जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, जो सामान्य थकान से अलग होते हैं और हृदय की मांसपेशियों की कमजोरी का संकेत दे सकते हैं।

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण अक्सर पुरुषों की तुलना में अलग और कम स्पष्ट होते हैं। सीने में दर्द की शिकायत कम देखने को मिलती है, लेकिन वे अत्यधिक थकान, मतली, शरीर में दर्द, अकड़न, बेचैनी और घबराहट महसूस कर सकती हैं। गर्भवती महिलाओं में कभी-कभी पेट दर्द या अपच जैसा अहसास भी दिल के दौरे का छुपा हुआ लक्षण हो सकता है। इसलिए महिलाओं को ऐसे संकेतों को कमजोरी या थकावट समझकर टालना नहीं चाहिए।

यदि किसी व्यक्ति को ये लक्षण 5 मिनट से अधिक समय तक महसूस हों, तो तुरंत एम्बुलेंस बुलानी चाहिए, व्यक्ति को आरामदायक स्थिति में बिठाना चाहिए और टाइट कपड़े ढीले करने चाहिए।

--आईएएनएस

पीआईएम/एबीएम

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