डायबिटीज के मरीजों को सर्दियों में सता रही खानपान की चिंता? गेहूं नहीं, इन मोटे अनाज का करें सेवन

नई दिल्ली, 15 नवंबर (आईएएनएस)। सर्दियों के आते ही डायबिटीज के मरीजों की चिंता खानपान को लेकर और भी बढ़ जाती है। ठंड में शरीर को गर्मी और ऊर्जा की जरूरत बढ़ जाती है, लेकिन गलत आहार से ब्लड शुगर लेवल बिगड़ सकता है। भारत सरकार का आयुष मंत्रालय खानपान बताता है कि मरीजों को क्या खाना चाहिए।

आयुष मंत्रालय के अनुसार, संतुलित आहार से डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है। इससे न सिर्फ शुगर लेवल स्थिर रहता है, बल्कि शरीर स्वस्थ और ऊर्जावान भी बना रहता है। आयुर्वेद में भी डायबिटीज के लिए विशेष आहार सलाह दी जाती है।

सबसे महत्वपूर्ण है कि गेहूं का सेवन कम करें या पूरी तरह से इग्नोर करें। गेहूं में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाता है। यह डायबिटीज का प्रमुख कारक बन सकता है। इसके बजाय मोटे अनाज जैसे ज्वार, बाजरा और जौ को आहार में शामिल करें। ये अनाज धीरे-धीरे पचते हैं, जिससे शुगर लेवल अचानक नहीं बढ़ता।

सर्दियों में बाजरा और जौ सबसे अच्छे विकल्प हो सकते हैं। ठंड के दिनों में गेहूं की जगह बाजरा या जौ की रोटी, खिचड़ी या दलिया खाएं। ये शरीर को गर्म रखते हैं और ऊर्जा प्रदान करते हैं। बाजरा में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन सुधारता है और शुगर को कंट्रोल करता है। जौ भी इसी तरह फायदेमंद है, हालांकि गर्मियों में ज्वार सीमित मात्रा में खाना चाहिए, क्योंकि यह गर्म तासीर का होता है।

ज्वार और बाजरा में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। ज्वार में फाइबर, प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, विटामिन बी1, नियासिन और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं।

यह कोलेस्ट्रॉल कम करता है और हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। वहीं, बाजरा में भी फाइबर, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, पोटैशियम, फॉस्फोरस और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स पाया जाता है। यह हड्डियों को मजबूत करता है, एनीमिया रोकता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है।

--आईएएनएस

एमटी/वीसी

Related posts

Loading...

More from author

Loading...