भागलपुर के दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों ने पीएम मोदी की राष्ट्रीय वयोश्री और एडिप योजना को सराहा

भागलपुर, 25 जून (आईएएनएस)। पीएम मोदी की ओर से शुरू की गई राष्ट्रीय वयोश्री योजना और एडिप योजना की वजह से बिहार के भागलपुर में दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है। दिव्यांगजन जो घर से बाहर नहीं निकल पाते थे, उन्हें पीएम मोदी की इस लाभकारी योजना के तहत ट्राइसाइकिल मुहैया कराई गई है। जिसके बाद दिव्यांग भी घर से बाहर निकलकर अपनी जिंदगी को आसान बना रहे हैं।

इस कड़ी में बुधवार को भागलपुर राष्ट्रीय वयोश्री योजना और एडिप योजना के तहत आयोजित शिविर में केंद्रीय राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा ने लगभग 1,720 दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क सहायक उपकरण वितरित किए।

इस शिविर में आए दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों से समाचार एजेंसी आईएएनएस ने बातचीत की। लाभार्थी मोहम्मद फिरोज ने बताया कि बैटरी वाला रिक्शा मिला है। बहुत खुशी हो रही है। हम पीएम मोदी का बहुत-बहुत आभार जताना चाहते हैं, जिनके माध्यम से हमें यह उपकरण मिला है।

लाभार्थी मंजूषा झा ने कहा कि 25 साल से दिव्यांग हैं, आज तक कोई मदद नहीं मिली। इस शिविर में व्हील चेयर मिला है। इस उपकरण से मेरे सपनों को उड़ान मिली है।

लाभार्थी जितेंद्र कश्यप ने कहा कि घर में बैठे-बैठे परेशान हो गए थे। साइकिल मिला है तो घर से बाहर निकलेंगे, रोजगार भी खोजेंगे।

केंद्रीय राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा ने कहा, "हम अपने दिव्यांग भाइयों-बहनों और वरिष्ठ नागरिकों के जीवन को आसान बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत मुफ्त सहायता और उपकरण प्रदान कर रहे हैं। इसके तहत यहां 1,720 लोगों को चिन्हित किया गया और उन्हें उपकरण वितरित किए गए। आज का शिविर काफी अच्छा रहा है। मैं भागलपुर के दिव्यांग-वरिष्ठ नागरिकों को भरोसा दिलाता हूं कि अगर किसी को उपकरण नहीं मिला है तो उन्हें भी चिन्हित किया जाएगा और आने वाले दिनों में यहां पर फिर से शिविर का आयोजन होगा और नि:शुल्क उपकरण दिए जाएंगे।

मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, राष्ट्रीय वयोश्री योजना और एडिप योजना, प्रधानमंत्री मोदी की सरकार का ये प्रयास दिव्यांगजनों और वरिष्ठजनों के जीवन को सशक्त, स्वावलंबी और सुगम बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है।

राष्ट्रीय वयोश्री योजना और एडिप योजना का मुख्य उद्देश्य जरूरतमंदों को नि:शुल्क सहायता उपकरण (जैसे व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र, चश्मे, कृत्रिम अंग आदि) प्रदान करना है, जिससे उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार हो और उनके चेहरों पर मुस्कान लौटे।

--आईएएनएस

डीकेएम/

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