अध्यक्ष की रेस में बचे थरूर-दिग्विजय, गले लगकर बोले कांग्रेस की जीत लक्ष्य

Tharoor-DYadavay

नई दिल्ली: अध्यक्ष की रेस में सबसे प्रबल दावेदार राजस्थान सीएम अशोक गहलोत का पत्ता कट चुका है। चुनाव में अब दिग्विजय सिंह और शशि थरूर ही जमे हुए हैं। गुरुवार को दिग्विजय सिंह ने नामांकन का पर्चा लिया और कहा कि वो कल पर्चा दाखिल करेंगे। शशि थरूर के भी कल नामांकन दाखिल करने की तारीख है। इस बीच दोनों नेताओं ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक दूसरे से गले लगाकर फोटो शेयर किया है। कैप्शन में लिखा है- ये प्रतिद्वंद्वियों की नहीं दोस्ताना प्रतियोगिता है। साफ है कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष चुनाव के सहारे विरोधियों को संदेश देना चाह रही है कि जीते कोई भी लक्ष्य कांग्रेस को मजबूत करना है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल से सांसद शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा की जिसमें वो और दिग्विजय सिंह को एक-दूसरे को गले लगाते हुए देखा जा सकता है और पोस्ट किया गया कि यह "प्रतिद्वंद्वियों के बीच नहीं बल्कि सहयोगियों के बीच एक दोस्ताना प्रतियोगिता है"। उन्होंने जोर देकर कहा कि आम लक्ष्य कांग्रेस को जीत दिलाना है। पोस्ट को रीट्वीट करते हुए, दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह थरूर से सहमत हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी लड़ाई "सांप्रदायिक ताकतों" के खिलाफ है और वे दोनों गांधीवादी-नेहरूवादी विचारधारा में विश्वास करते हैं। उन्होंने थरूर को आगामी प्रतियोगिता के लिए शुभकामनाएं दीं। दरअसल, राजस्थान में कांग्रेसी विधायकों के विद्रोह के बाद सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस आलाकमान के सामने विश्वास खो दिया है। अशोक गहलोत ने आज सोनिया गांधी से मुलाकात की और कहा कि पहले वो कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने की सोच रहे थे लेकिन, राजस्थान में हुई घटना के बाद से वो आहत हैं और अब वे चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे। अशोक गहलोत सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष की रेस से ही बाहर नहीं हुए हैं। सूत्रों का दावा है कि राजस्थान में सीएम पद पर संशय बना हुआ है। जिस तरह राजस्थान में राजनीतिक घटनाक्रम हुआ। उससे कांग्रेस हाई कमान को संदेश मिला है कि गहलोत के पास विधायकों की पकड़ उतनी मजबूत नहीं रही। अशोक गहलोत ने भी प्रेस कांफ्रेंस में सीएम पद को लेकर कहा कि वो सीएम बने रहेंगे या नहीं इसका फैसला सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष करेंगे।

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