इन किसानों को अत्यधिक कर और शोषण का सामना करना पड़ता था।
सत्याग्रह के आगे अंग्रेजों को झुकना पड़ा
महात्मा गांधी को चंपारण में किसानों के शोषण की जानकारी मिली और उन्होंने वहां जाकर किसानों की मदद करने का निर्णय लिया। गांधी जी के नेतृत्व में इस आंदोलन की शुरुआत हुई