बगदाद: इराक के प्रभावशाली शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र ने राजनीति से हटने की घोषणा की, जिसके बाद उनके हजारों समर्थक भड़क गए और सरकारी महल में जा घुसे। इस दौरान अल-सद्र के समर्थकों और सुरक्षा बलों के बीच हुई हिंसक झड़प में 15 प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इराक की सेना ने बढ़ते तनाव को शांत करने के उद्देश्य से शहर में कर्फ्यू लागू कर दिया।
इराक के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदीमी ने कैबिनेट का सत्र निलंबित कर दिया। चिकित्सा अधिकारियों ने कहा कि शिया धर्मगुरु की घोषणा के बाद विरोध प्रदर्शनों के दौरान दंगा रोधी पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी, आंसू गैस के गोले छोड़ने से दर्जनों लोग घायल हो गए।
अधिकारियों के अनुसार, रात के समय अल-सदर के समर्थक और पुलिस में झड़प शुरू हो गई और इस दौरान गोलीबारी में एक महिला घायल हो गई। मशीन गन की आवाजें मध्य बगदाद में देर रात तक गूंजती रहीं। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि झड़प में मोर्टार और रॉकेट चालित ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया।