मुंबई: टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का रविवार को सड़क दुर्घटना में निधन हो गया है। जानकारी के मुताबिक मुंबई से सटे पालघर में यह हादसा हुआ। दुर्घटना के बाद मिस्त्री को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इसी साल 28 जून को साइरस के पिता और बिजनेस टाइकून पालोनजी मिस्त्री (93) का निधन हुआ था। साइरस और उनके पिता के निधन के बाद उनके परिवार में उनकी मां पाट्सी पेरिन डुबास, शापूर मिस्त्री के अलावा दो बहनें लैला मिस्त्री और अलू मिस्त्री रह गई हैं।

साइरस मिस्त्री के निधन पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत कई लोगों ने श्रद्धांजलि दी है। गडकरी ने लिखा- महाराष्ट्र के पालघर के पास एक सड़क दुर्घटना में टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। उनके परिवार के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना। भगवान उसकी आत्मा को शांति दें। ओम शांति। एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा- दिल दहला देने वाली खबर। मेरे भाई साइरस मिस्त्री का निधन हो गया। विश्वास नहीं हो रहा है। रेस्ट इन पीस साइरस। वहीं, आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हर्ष गोयनका ने भी मिस्त्री के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा.. एक दुर्घटना में साइरस मिस्त्री के निधन की चौंकाने वाली खबर के बारे में सुना। वह मेरे बहुत अच्छे दोस्त थे। उन्होंने शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

टाटा ग्रुप के छठे ग्रुप चेयरमैन थे साइरस मिस्त्री दिसंबर 2012 में रतन टाटा ने टाटा सन्स के चैयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद साइरस मिस्त्री को यह पद सौंपा गया था। हालांकि चार साल के अंदर ही 24 अक्टूबर 2016 को टाटा सन्स ने उन्हें चेयरमैन पद से हटा दिया था। उनकी जगह रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन बनाया गया था। इसके बाद 12 जनवरी 2017 को एन चंद्रशेखरन टाटा सन्स के चेयरमैन बनाए गए थे। इस विवाद को लेकर टाटा सन्स का कहना था कि मिस्त्री के कामकाज का तरीका टाटा सन्स के काम करने के तरीके से मेल नहीं खा रहा था। इसी वजह से बोर्ड के सदस्यों का मिस्त्री पर से भरोसा उठ गया था। टाटा के 150 साल से भी ज्यादा समय के इतिहास में साइरस मिस्त्री छठे ग्रुप चेयरमैन थे।




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