देहरादून: चारधाम यात्रा में आने वाली भीड़ को संभालने और व्यवस्था बनाए रखने के लिए उत्तराखंड सरकार ने विशेष योजना तैयार की है। चारधाम यात्रा मार्ग यातायात और यात्री सुविधाओं की पड़ताल के लिए सरकार ने परिवहन अधिकारियों की टीम को उतार दिया। परिवहन सचिव बृजेश संत ने चारधाम यात्रा रूट पर यातायात व्यवस्थाओं की निगरानी और अध्ययन के लिए सरकार ने परिवहन विभाग की तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है। उपायुक्त-परिवहन राजीव मेहरा की अगुआई में बनी टीम में चारधाम यात्रा के नेाडल अफसर देहरादून के आरटीओ-प्रशासन संदीप सैनी और पौड़ी के आरटीओ द्वारका प्रसाद भी इस टीम में है। शनिवार को टीम केदारनाथ रूट पर रवाना हो गई।
एसएसपी अजय सिंह ने आगामी चारधाम यात्रा में वाहनों का दबाव बढ़ने की स्थिति में रूट डायवर्जन प्वाइंट चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यात्रा मार्गों पर साइन बोर्ड लगाने के लिए भी कहा। एसएसपी ने शनिवार को शिमला बाईपास नया गांव में यात्री रजिस्ट्रेशन सेंटर और होल्डिंग एरिया का निरीक्षण किया। सरकार ने चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों और ड्राइवरों के लिए सुझाव पत्र बनाया है। यात्रियों से अपील है कि वह ऐसे वाहनों से यात्रा ना करें, जिनके टायर घिसे या रिट्रेटेड हों। ड्राइवरों को चप्पल पहनकर वाहन नहीं चलाने की सलाह दी है। यह जानकारी यात्रा के नोडल अधिकारी एवं आरटीओ देहरादून संदीप सैनी ने दी है।
इसके साथ ही पार्किंग सहित अन्य सुविधाओं का ब्योरा भी जुटा लिया गया है। बीते वर्षों से सबक लेते हुए इस बार सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। इस बार ऐसा न हो, इसके लिए सरकार की ओर से पहले से तैयारी कर ली गई है। धामों में अत्यधिक भीड़ बढ़ने और आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को चिह्नित हॉल्टिंग प्वाइंट पर रोक दिया जाएगा। भीड़ प्रबंधन का यह कार्य राजधानी देहरादून में पटेल भवन में बनाए गए चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम से किया जाएगा। इसको लेकर उत्तराखंड पुलिस विभाग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने कहा कि चारधाम यात्रा में भीड़ प्रबंधन को लेकर शासन स्तर पर निर्देश प्राप्त हुए थे। इसके क्रम में पटेल भवन में चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम की स्थापना कर ली गई, जो शीघ्र ही काम करने लगेगा। इसके साथ ही भीड़ प्रबंधन को लेकर भी कार्ययोजना तैयार की गई है। कंट्रोम रूम चारधाम यात्रा से जुड़े जिलों से समन्वय बनाते हुए हुए कार्य करेगा।