मैनपुरी: मैनपुरी उपचुनाव के लिए शिवपाल यादव और अखिलेश यादव फिर एक साथ मंच पर आ गए हैं। डिंपल यादव का चुनाव प्रचार करने के लिए रविवार को दोनों इटावा के सैफई पहुंचे। बड़े लंबे अरसे बाद शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के ल मिलते दिखाई दिए। जिस तरीके से मंच पर पहुंचे शिवपाल यादव का अखिलेश यादव ने गुलदस्ता देकर स्वागत किया और उसके बाद झुककर पैर छुए, इससे कहीं न कहीं आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा का खेल बिगड़ सकता है।
अगर अखिलेश यादव की शिवपाल के साथ पहले जैसी ट्यूनिंग हो गई तो यह भाजपा के लिए यूपी में बड़ा खतरा साबित हो सकता है। उत्तर प्रदेश के 2 विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं। मैनपुरी में लोकसभा उपचुनाव होने हैं। यह सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है। इस सीट पर 5 दिसंबर को मतदान और 8 दिसंबर को रिजल्ट आएगा। यहां से सपा ने डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया है।
अखिलेश यादव ने कहा चाचा और भतीजे में दूरियां कभी नहीं थीं, राजनीति में दूरियां थीं। आज राजनीति में भी दूरियां भी खत्म हो गईं। बड़े लंबे अरसे बाद अखिलेश यादव ने खुलकर शिवपाल की तारीफ की है। कई मौकों पर अखिलेश यादव और शिवपाल से कन्नी काटते देखे गए हैं, लेकिन ये पहला मौका है कि शिवपाल यादव, रामगोपाल यादव और अखिलेश यादव एक मंच पर साथ आए ही नहीं, बल्कि अखिलेश ने साफ कर दिया कि चाचा-भतीजे की राजनीतिक बीच की दूरियां खत्म हो गई हैं।