बांसवाड़ा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर गुरुवार को राजस्थान के लिए एक ऐतिहासिक विकास पैकेज का शुभारंभ करेंगे। वह बांसवाड़ा में 1,22,670 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिन्हें राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा।
दरअसल, 1,08,468 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाएं राजस्थान को सीधे लाभ पहुंचाएंगी, जिनमें 42,000 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला माही बांसवाड़ा न्यूक्लियर पावर प्रोजेक्ट प्रमुख है, जो राज्य का दूसरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र होगा।
इसके अलावा, भारत के पंचामृत एक्शन प्लान के तहत प्रधानमंत्री स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं और 63,683 करोड़ रुपए की लागत वाली ट्रांसमिशन प्रणालियों की आधारशिला रखेंगे। इनमें सात सौर ऊर्जा परियोजनाएं (14,445 करोड़ रुपए) और राजस्थान रिन्यूएबल एनर्जी जोन फेज 4 और 5 से नवीकरणीय ऊर्जा निकासी के लिए 13,183 करोड़ रुपए की ट्रांसमिशन लाइनें शामिल हैं।
9.6 गीगावाट की संयुक्त उत्पादन क्षमता वाली ये परियोजनाएं पांच राज्यों में फैली होने के कारण भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन को मजबूत करेंगी।
इसके अलावा, 20,833 करोड़ रुपए की प्रमुख जल संसाधन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास होगा, जिनमें राम जल सेतु लिंक परियोजना, अजमेर में मोर सागर कृत्रिम जलाशय और चित्तौड़गढ़ में ब्राह्मणी बैराज शामिल हैं।
सड़क बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए 2,636 करोड़ रुपए की परियोजनाएं शुरू की जाएंगी, जबकि 5,884 करोड़ रुपए की पेयजल परियोजनाएं कई जिलों में ग्रामीण और शहरी परिवारों के लिए स्वच्छ पानी की उपलब्धता बढ़ाएंगी।
साथ ही, सामाजिक बुनियादी ढांचे पर भी ध्यान दिया गया है। भरतपुर में 128 करोड़ रुपए की लागत से 250 बेड का आरबीएम अस्पताल बनाया जाएगा, जबकि जयपुर में 140 करोड़ रुपए की लागत से आईटी विकास और ई-गवर्नेंस केंद्र का उद्घाटन होगा।
मकराना (नागौर) और मंडावा (झुंझुनू) में 226 करोड़ रुपए की सीवरेज और जल बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।
प्रधानमंत्री कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीन नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे, जिनमें बीकानेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस, जोधपुर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस और उदयपुर सिटी-चंडीगढ़ एक्सप्रेस शामिल हैं।
इस अवसर पर रोजगार सृजन भी केंद्र में रहेगा। राजस्थान में 15,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे, जिनमें 5,778 पशुपालक, 4,197 जूनियर सहायक, 1,800 जूनियर प्रशिक्षक, 1,464 जूनियर इंजीनियर, 1,200 तृतीय श्रेणी शिक्षक और अन्य पदों के साथ-साथ अनुकंपा नियुक्तियां शामिल हैं।
साथ ही, ऊर्जा, जल, स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचा और रोजगार को कवर करने वाला यह व्यापक विकास पैकेज राजस्थान को समावेशी विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम उठाने के लिए तैयार करेगा।