जयपुर: भारतीय लोकतंत्र में प्रभावशाली और सक्रिय जनप्रतिनिधित्व को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष प्रदान किए जाने वाले संसद रत्न पुरस्कार 2025 की घोषणा कर दी गई है। इस प्रतिष्ठित सम्मान से इस वर्ष राज्यसभा के वरिष्ठ सांसद मदन राठौड़ को ओवरऑल कैटेगरी में सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन की ओर से प्रस्तुत किया जाता है और इसका उद्देश्य भारतीय संसद के उत्कृष्ट योगदान को सार्वजनिक मंच पर मान्यता देना है।
संसद रत्न पुरस्कारों का यह 15वाँ संस्करण है, जिसमें देश भर के 17 सांसदों और 2 संसदीय स्थायी समितियों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया जाएगा। राठौड़ का चयन एक प्रतिष्ठित जूरी समिति द्वारा किया गया है, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज जी अहिर कर रहे हैं। यह चयन पूर्णत: 18वीं लोकसभा की पहली बैठक से लेकर बजट सत्र 2025 (भाग-द्वितीय) तक के संसदीय प्रदर्शन पर आधारित है, जिसे पारदर्शी और तथ्य-आधारित प्रक्रिया के तहत किया गया है। मदन राठौड़ राज्यसभा में जनहित के महत्वपूर्ण मुद्दों को प्रभावशाली ढंग से उठाने, नीतिगत चर्चाओं में भागीदारी, विधायी कार्यों में सक्रिय भूमिका और प्रश्न पूछने की निरंतरता के माध्यम से एक आदर्श सांसद की भूमिका निभाई है। उनका यह सम्मान संसद में उनकी प्रतिबद्धता, विवेक और रचनात्मक योगदान का प्रतीक है। यह पुरस्कार समारोह जुलाई 2025 के अंतिम सप्ताह में नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा, जिसमें देशभर के प्रमुख सांसद, नीति निर्माता, सामाजिक प्रतिनिधि और मीडिया संस्थान शामिल होंगे।