Tree Plantation : 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के तहत सुदर्शन पटनायक ने बनाई सैंड मूर्ति, कहा- ' पर्यावरण अमूल्य धरोहर'

ओडिशा में 75 लाख पौधारोपण, पीएम मोदी की पहल से प्रेरित अभियान
पुरी: 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के तहत सुदर्शन पटनायक ने बनाई सैंड मूर्ति, कहा- ' पर्यावरण अमूल्य धरोहर'

पुरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल 'एक पेड़ मां के नाम' ने देशभर में पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में उत्साह जगाया है। इस पहल से प्रेरित होकर ओडिशा सरकार ने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के नेतृत्व में 17 सितंबर को राज्यव्यापी वृक्षारोपण अभियान शुरू करने की घोषणा की है।

इस अभियान के तहत ओडिशा के कोने-कोने में 75 लाख पौधे लगाए जाएंगे, जिसका उद्देश्य हरियाली को बढ़ावा देना और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना है।

इस पहल ने न केवल आम नागरिकों, बल्कि प्रसिद्ध रेत कलाकार और पद्मश्री पुरस्कार विजेता सुदर्शन पटनायक जैसे व्यक्तित्वों को भी प्रेरित किया है।

सुदर्शन पटनायक ने इस अभियान को बढ़ावा देने के लिए एक प्रभावशाली सैंड मूर्ति बनाई, जो वृक्षारोपण के महत्व को दर्शाती है। उनकी कलाकृति पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने और इस अभियान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने का एक अनूठा प्रयास है।

पटनायक ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह पहल हमें एकजुट होकर बेहतर पर्यावरण के लिए काम करने की प्रेरणा देती है। पेड़ लगाना न केवल हमारी मातृभूमि के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का तरीका है, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक अमूल्य उपहार भी है।"

उन्होंने आगे कहा, "ओडिशा सरकार का यह प्रयास निश्चित रूप से एक प्रेरणा बनेगा। 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के तहत यह वृक्षारोपण अभियान पर्यावरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा, साथ ही भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरित भारत का निर्माण करेगा।"

बीजद विधायक दिब्य शंकर मिश्रा ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, "पर्यावरण संतुलन बनाए रखना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के शासनकाल में भी बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया गया था और यह संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है। हमें मिलकर अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए, ताकि हमारी धरती हरी-भरी रहे। यह अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि सामाजिक एकजुटता और सामूहिक जिम्मेदारी का भी प्रतीक है।"

आपको बता दें, इस अभियान की मुख्य विशेषताओं में राज्यव्यापी भागीदारी, सामुदायिक सहभागिता और पर्यावरण संरक्षण पर जोर शामिल है। ओडिशा के सभी क्षेत्रों से लोग इस पहल को सफल बनाने के लिए एकजुट हो रहे हैं। यह अभियान नागरिकों को एक हरित और स्थायी भविष्य के निर्माण में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करता है।

वहीं, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा, "दुनिया का सबसे बड़ा वरदान मां है। जिस प्रकार हमारी जन्मदात्री मां हमारे जीवन का स्रोत है, उसी प्रकार धरती माता भी हमारी मां है। अपनी माताओं के प्रति प्रेम, सम्मान और भक्ति व्यक्त करने के साथ-साथ, धरती माता की रक्षा के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान की शुरुआत की। पिछले साल शुरू हुआ यह अभियान अब एक जन आंदोलन बन गया है। इस अभियान के दूसरे संस्करण में, हमने इस वर्ष पूरे राज्य में 7.5 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा है। 5 जून से शुरू हुआ यह अभियान 30 सितंबर को समाप्त होगा।"

उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन 17 सितंबर को है। पीएम मोदी के नेतृत्व में, एक सशक्त और विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में भारत की यात्रा को दुनिया भर में सराहना मिली है। ओडिशा के विकास के लिए उनका हमेशा से एक विशेष दृष्टिकोण रहा है। ओडिशा की प्रगति के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए इस दिन 75 लाख पौधे लगाए जाएंगे। यह ओडिशा की जनता की ओर से पीएम मोदी को एक उपहार होगा। मैं समाज के सभी वर्गों, आम जनता, छात्रों, युवाओं, स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों और स्वयंसेवी संगठनों से विशेष अपील करता हूं कि वे एकजुट होकर वृक्षारोपण की इस नेक पहल को सफल बनाएं। आइए हम सब मिलकर इस अभियान में हाथ बंटाएं। अपनी जन्मदात्री माताओं के प्रति सम्मान प्रकट करने के साथ-साथ, धरती माता के लिए भी एक पेड़ लगाने का संकल्प लें। हम सब मिलकर आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरा-भरा और सुंदर समाज बनाने में योगदान दें।

 

 

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