PM Modi Popularity : लोकप्रियता में पीएम मोदी के आसपास कोई नहीं : बाबूलाल मरांडी

बाबूलाल मरांडी ने मोदी की लोकप्रियता और जीएसटी राहत की तारीफ की
लोकप्रियता में पीएम मोदी के आसपास कोई नहीं : बाबूलाल मरांडी

रांची: भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने पीएम नरेंद्र मोदी की वैश्विक लोकप्रियता की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मोदी न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व में अत्यधिक लोकप्रिय हैं । उनकी लोकप्रियता बेजोड़ है। इनकी लोकप्रियता के आसपास दूसरा कोई नेता नहीं है।

आईएएनएस से बातचीत के दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें ट्रंप ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके अच्छे दोस्त हैं और हमेशा रहेंगे। भारत अमेरिका का खास रिश्ता है। चिंता की कोई बात नहीं है।

भाजपा नेता ने कहा कि भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण लोकतंत्र, जहां 140 करोड़ लोग विभिन्न जाति, धर्म और भाषाओं के साथ रहते हैं, वहां नरेंद्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना अपने आप में अद्वितीय है।

उन्होंने दावा किया कि शायद ही दुनिया में कोई लोकतांत्रिक देश हो, जहां कोई नेता लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बना हो और इतना लोकप्रिय हो। विभिन्न सर्वेक्षणों में मोदी को विश्व के सबसे लोकप्रिय नेताओं में शुमार किया जाता है। उनकी लोकप्रियता का ग्राफ अन्य नेताओं से कहीं आगे है।

भाजपा नेता ने कहा कि पीएम मोदी की महानता केवल लोकप्रियता तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके निर्णय और कार्य भी उत्कृष्ट हैं। उनके काम की वजह से ही लोग उन्हें महान मानते हैं और इसीलिए वे न केवल देश बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महान नेता हैं।

जीएसटी सुधार को लेकर बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए पीएम मोदी का धन्यवाद किया। उन्होंने लिखा कि जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया है। अब झारखंड के रेशम उद्योग को नई ऊर्जा मिलेगी। अब हमारे बुनकरों और कारीगरों को राष्ट्रीय बाजार मिलेगा और झारखंड के रेशम को नई पहचान मिलेगी। यह कदम न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि हजारों परिवारों की आजीविका को भी सशक्त बनाएगा।

उन्होंने कहा कि झारखंड की गौरवशाली हस्तशिल्प और जनजातीय कला पर लगने वाले जीएसटी को 12 प्रतिशत से से घटाकर 5 प्रतिशत करने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया है। यह पहल कारीगरों और कलाकारों के लिए सौगात है।

जीएसटी में मिली इस राहत से न केवल झारखंड की कला और संस्कृति को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी, बल्कि कारीगरों की आजीविका सशक्त होगी और उन्हें बड़े बाजार तक पहुंच का अवसर भी मिलेगा।

 

 

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