GST Reforms India : अगर कोविड न होता तो जीएसटी सुधार बहुत पहले हो चुके होते: कृष्ण बेदी

कृष्ण बेदी ने जीएसटी सुधारों को बताया उपभोक्ता और उद्योग जगत के लिए राहत
अगर कोविड न होता तो जीएसटी सुधार बहुत पहले हो चुके होते: कृष्ण बेदी

कैथल: हरियाणा सरकार में मंत्री कृष्ण बेदी ने केंद्र सरकार की तरफ से जीएसटी स्‍लैब में किए गए सुधारों की सराहना की। उन्‍होंने कहा कि जीएसटी में किए गए हालिया सुधार आम उपभोक्ताओं और उद्योग जगत दोनों के लिए बड़ी राहत देने वाले साबित होंगे।

जीएसटी सुधार को लेकर मंत्री कृष्ण बेदी ने कैथल में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि अगर कोविड न होता तो जीएसटी सुधार बहुत पहले हो चुके होते। जीएसटी में किए गए हालिया सुधार से आम उपभोक्ताओं और उद्योग जगत दोनों को राहत मिलेगी। इसका सीधा फायदा मझोले तथा छोटे उद्योगों और मिडिल क्लास कंज्यूमर को होगा।

कृष्ण बेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जीएसटी परिषद का गठन किया गया था। गहन विचार-विमर्श के बाद लागू किए गए इस बड़े टैक्‍स सुधार को समय-समय पर और बेहतर बनाने की मांग उठती रही। इसी क्रम में प्रधानमंत्री ने इस वर्ष 15 अगस्त को लाल किले से इसकी घोषणा की और मात्र एक महीने में इसे लागू कर दिया गया।

कृष्ण बेदी ने सरकार ने जीएसटी सुधार का फैसला किसी के दबाव में नहीं लिया है। यह फैसला आम जनता के हित को देखते हुए लिया गया है। सरकार ने उन चीजों पर ज्‍यादा टैक्‍स लगाया है जो आम जनमानस के हित में नहीं हैं।

कांग्रेस जीएसटी लागू नहीं कर सकी तो वह वैट लगाती थी। वैट में पारदर्शिता का अभाव था। कांग्रेस जीएसटी काउंसिल की बैठक में समर्थन करती है, लेकिन बाहर निकलने के बाद विरोध करना शुरू कर देती है।

हरियाणा सरकार के मंत्री ने कहा कि अब जीएसटी के केवल दो स्लैब 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत रह गए हैं। इस बदलाव का सीधा लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा। कार, टू-व्हीलर, फ्रिज, एसी और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी वस्तुएं सस्ती होंगी। सीमेंट और निर्माण सामग्री पर टैक्स घटने से घर बनाने की लागत कम होगी।

वहीं, आयुर्वेदिक और रोजमर्रा की उपभोग की वस्तुएं आमजन की पहुंच में होंगी। व्यापार और उद्योग जगत के लिए भी यह सुधार महत्वपूर्ण है।

 

 

Related posts

Loading...

More from author

Loading...