नई दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में लिए गए सुधारों के फैसले को देशहित में बताया। उन्होंने कहा कि ये सुधार देश की अर्थव्यवस्था को संतुलन और सशक्तीकरण की दिशा में ले जाएंगे।
नकवी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "सुधार और सरलीकरण की सोच आर्थिक संतुलन और सशक्तीकरण की जीवनरेखा है। अगर कोई देश इस व्यापक सुधार और सरलीकरण के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ता है, तो उसकी आर्थिक ताकत और प्रगति निश्चित रूप से सुनिश्चित होती है।"
उन्होंने कहा, "जीएसटी का यह सफर साल 2000 में शुरू हुआ था। उस दौरान तमाम कमेटियों ने सुझाव दिए थे, लेकिन यह मुद्दा कभी आगे नहीं बढ़ पाया। हालांकि, जब पीएम मोदी ने देश की कमान संभाली तो इससे जुड़ा बिल संसद में लाया गया और लोकसभा में यह बिल पास भी हुआ, लेकिन जब राज्यसभा की बारी आई तो कांग्रेस ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था। हालांकि, 2017 में यह ऐतिहासिक बिल पास हुआ। इस दौरान हमारे देश ने आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और प्रशासनिक समेत तमाम तरह के कई सुधार किए। मुझे लगता है कि कोई भी सुधार अंतिम नहीं होता है। संभावनाओं और अनुभवों के अनुसार, लोगों की बेहतरी के लिए कई सुधार किए जाते हैं।"
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस द्वारा जीएसटी सुधारों में देरी पर सवाल उठाए जाने पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी की सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि वे पहले काल्पनिक भ्रम पैदा करने की कोशिश करती है। बाद में जब कोई सुधार किया जाता है तो कांग्रेस बोलती है कि हमने ही ऐसा करने के लिए कहा था, लेकिन कुछ दिन बाद वे अपने बयान से पलट जाते हैं और बोलते हैं कि जो हमने कहा, वो काम नहीं हुआ। कांग्रेस को पहले यह तय कर लेना चाहिए कि वे किस दिशा में जाना चाहती है।"
उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और प्रशासनिक सुधारों पर सिर्फ हमला करती है। कांग्रेस का स्वागत भी छल से भरा है। कांग्रेस हर बहस का हिस्सा रही है, लेकिन अगर आप भ्रम फैलाने में लगे हैं, तो यही आपका रवैया बन गया है।"
मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी के 'हाइड्रोजन बम' वाले बयान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी कभी एटम तो कभी हाइड्रोजन बम की धमकी देंगे तो ऐसा लगेगा कि उन्होंने बचपन में इन खिलौनों को देखा है। सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में अगर वे बम और गोले चलाकर सत्ता के अपहरण की कोशिश करेंगे तो कभी सफल नहीं हो पाएंगे। कांग्रेस की सबसे बड़ी दिक्कत ही राजनीति के क्षेत्र से उनका सूपड़ा साफ करती जा रही है।"
उन्होंने कहा, "जिस तरह से पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्द कहे गए, उस पर न तो कांग्रेस पार्टी और न ही उनके सहयोगियों ने निंदा की।"