दुर्ग: जीवन रक्षा पदक श्रेणी के पुरस्कार पानी में डूबने, दुर्घटनाओं, आग लगने की घटनाओं, बिजली का करंट लगने, भू-स्खलनों, जानवर द्वारा किए जाने वाले हमलों और खदानों में बचाव कार्य आदि जैसी घटनाओं में किसी व्यक्ति की जान बचाने में मानवीय प्रकृति के सराहनीय कार्यों के लिए प्रदान किए जाते हैं। जैसाकि पुरस्कार के नाम से यह स्पष्ट होता है कि उक्त पुरस्कार, जान बचाने वाले व्यक्ति को, किसी का जीवन बचाने के लिए प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते है। सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक- यह पदक जान बचाने वाले व्यक्ति को, जीवन के प्रति अत्यंत गंभीर खतरे की परिस्थितियों के बीच जाकर जान बचाने में उत्कृष्ट कोटि के साहस का परिचय देने के लिए प्रदान किया जाता है।
इन पुरस्कारों के लिए जीवन के सभी क्षेत्रों के व्यक्ति पात्र हैं। सशस़़्त्र बलों और मान्यता प्राप्त अग्नि शमन सेवा आदि के सदस्य भी इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। जैसा की गृह मंत्रालय द्वारा स्थापित ‘‘जीवन रक्षा के लिए प्रधानमंत्री पुलिस पदक‘‘ को ‘‘जीवन रक्षा पदक‘‘ में शामिल कर लिया गया है, सीएपीफ/सीपीओ और पुलिस बलों के सदस्य, जिन्होंने मानव जीवन को बचाने में कर्तव्य के प्रति अनुकरणीय समर्पण दिखाया है, वे भी ‘‘जीवन रक्षा पदक‘‘ के लिए पात्र हैं। यह पुरस्कार मरणोपरांत भी प्रदान किया जाता हैं। गृह मंत्रालय इन पुरस्कारों के लिए प्रत्येक वर्ष सभी राज्य सरकारों/संघ राज्य क्षेत्र-प्रशासनों, भारत सरकार के मंत्रालयों/विभागों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और अन्य प्राधिकारियों से सिफारिशें आमंत्रित करता है। इन सिफारिशों की जांच एक उच्च स्तरीय पुरस्कार समिति द्वारा की जाती है, जो अपनी सिफारिशें प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति को प्रस्तुत करती है। जीवन रक्षा पदक श्रेणी के पुरस्कारों की संस्तुतियों को केवल ऑनलाइन माध्यम से ही गृह मंत्रालय द्वारा निर्दिष्ट किए गए राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर ही भेजा जा सकता है।