'एमएमएस कांड' से यूनिवर्सिटी ने किया किनारा, शिमला कनेक्शन की पड़ताल पहुंची पुलिस

MMS

चंडीगढ़: पंजाब के मोहाली में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में एमएमएस कांड से शैक्षणिक संस्थान ने किनारा कर लिया है। विश्वविद्यालय ने वही बात दोहराई है जो कि पुलिस ने कही थी। विश्वविद्यालय की तरफ से कहा गया है कि गिरफ्तार की गई लड़की ने खुद का ही वीडियो बनाया था और उसे अपने बॉयफ्रेंड को भेजा था। वहीं विश्वविद्यालय में लड़कियों का प्रदर्शन जारी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं।

दावा किया गया था कि जैसा वीडियो वायरल हुआ है उसी तरह से 60 लड़कियों का वीडियो बनाया गया है। खबरें ये भी थीं कि 8 लड़कियों ने खुदकुशी करने की कोशिश की। हालांकि पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन दावों को खारिज किया है। अपने बयान में विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर डॉ. आरएस बावा ने कहा है कि 60 लड़कियों के एमएमएस वाली बात पूरी तरह से निराधार और गलत है। विश्वविद्यालय ने प्राथमिक जांच की और पाया गया है कि उसने सिर्फ अपना वीडियो शूट किया था और अपने बॉयफ्रेंड को भेजा था। 

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक छात्राओं का कहना है कि वीडियो की जानकारी मिलने के के बाद कई लड़कियां बुरी तरह घबरा गई थीं। कई लड़कियों की तबीयत खराब हो गई थी और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। वहीं मोहाली के एसएसपी विवेक सोनी ने कहा, विश्वविद्यालय के सहयोग के बाद इस बात की पुष्टि हुई है कि केवल एक वीडियो पाया गया है जो कि आरोपी ने खुद बनाया था। इस मामले की जांच करने पंजाब पुलिस शिमला पहुंच गई है। आरोपी छात्रा ने कबूल किया था कि उसने वीडियो अपने बॉयफ्रेंड को भेजा था जो कि शिमला में रहता है। वहीं स्टूडेंट्स का आरोप है कि विश्वविद्यालय इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। कई लड़कियों का कहना है कि इस घटना के बाद प्रशासन ने उन्हें उन हॉस्टल में शिफ्ट कर दिया है जो कि लड़कों के लिए बने हैं। उनका आरोप है कि यहां वे और ज्यादा असुरक्षित महसूस कर रही हैं। 

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