पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने 'बिहार बंद' बुलाया है। गुरुवार को राजधानी पटना समेत प्रदेशभर के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन किए गए। इस दौरान, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता भी सड़कों पर उतरे।
पटना में भाजपा और जदयू कार्यकर्ताओं ने शहर भर के प्रमुख चौराहों पर विरोध प्रदर्शन किया। इसमें भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद और पार्टी के दिग्गज नेता संजय मयूख ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री के खिलाफ विपक्ष की टिप्पणी की निंदा करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, "इतनी बेशर्मी क्यों है? क्या आप प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी करते हैं और आपके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकलता है?"
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अगर हमारा कार्यकर्ता होता तो हम कार्रवाई करते हुए माफी मांगते।
रविशंकर प्रसाद ने तेजस्वी यादव की टिप्पणी पर भी जवाब दिया, जिसमें राजद नेता ने कहा कि उनकी मां (राबड़ी देवी) के लिए भी अपशब्दों का इस्तेमाल हुआ था। भाजपा सांसद ने कहा, "उनकी मां पूर्व मुख्यमंत्री हैं। वो पॉलिटिकल बात है। क्या हम भी गिनाएं कि राहुल गांधी और विपक्ष के लोगों ने 100 से अधिक बार प्रधानमंत्री के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया?"
अररिया में सांसद प्रदीप सिंह और भाजपा नेता ज्योति भगत ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। सांसद प्रदीप सिंह ने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के मंच से प्रधानमंत्री मोदी के लिए अभद्र शब्दों का इस्तेमाल हुआ। इसकी निंदा करते हैं। पूरे बिहार में बंद बुलाया गया है और अररिया के लोगों में भी विपक्ष के खिलाफ आक्रोश है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को प्रधानमंत्री से माफी मांगनी चाहिए।
पटना के आयकर गोलंबर के पास हाथों में झंडा लेकर भाजपा महिला मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सड़क पर उतर आईं और लोगों से आज के बंद का समर्थन करने की बात कही। इन महिला कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के विरोध में जमकर नारे लगाए। बड़ी संख्या में बैनर और पोस्टर लेकर पहुंची प्रदर्शनकारी महिला कार्यकर्ता बीच सड़क पर ही बैठ गईं। कई भाजपा कार्यकर्ता भी इनके समर्थन में सड़कों पर उतर गए हैं।
भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भी बीच सड़क पर हाथों में पोस्टर लेकर खूब नारे लगाए। बंद को लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। बंद के मद्देनजर कई निजी स्कूलों ने पहले ही छुट्टी की घोषणा कर रखी है। इसके अलावा कई जिलों में भी एनडीए की महिला कार्यकर्ता बंद को सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतर गई हैं। दरभंगा में भी एनडीए संयुक्त महिला मोर्चा के 5 घंटे के बिहार बंद का असर दिखा।