चेन्नई: अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के नेता सेंगोट्टैयन ने पार्टी की एकता को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी उन नेताओं को वापस नहीं लाती, जो एआईएडीएमके छोड़कर चले गए हैं, तो आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करना मुश्किल होगा।
एआईएडीएमके नेता सेंगोट्टैयन ने आगामी तमिलनाडु विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए एक बयान में कहा, "अगर हम उन लोगों को वापस नहीं लाते जो एआईएडीएमके छोड़कर गए हैं, तो हम यह दावा नहीं कर सकते कि अगली सरकार हमारी होगी। इसलिए, हमें तुरंत उन लोगों को पार्टी में वापस लाने की जरूरत है। अगर हम ऐसा नहीं करते, तो हम स्वयं एकजुट होकर इस दिशा में काम करेंगे।"
उन्होंने कहा, "कई प्रमुख नेता एआईएडीएमके छोड़ चुके हैं और महासचिव को यह तय करना चाहिए कि किन्हें वापस लाना है। दक्षिणी जिलों में पार्टी की स्थिति सभी को पता है। केवल उन नेताओं के साथ पुनर्मिलन से हम आगामी विधानसभा चुनाव में शानदार जीत सुनिश्चित कर सकते हैं।"
सेंगोट्टैयन ने एक अन्य बयान में एआईएडीएमके महासचिव एडप्पादी पलानीस्वामी को 10 दिनों के भीतर पार्टी को एकजुट करने के लिए कदम उठाने को कहा।
उन्होंने कहा, "एआईएडीएमके महासचिव एडप्पादी पलानीस्वामी को 10 दिनों के भीतर पार्टी को एकजुट करने के लिए कदम उठाने चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो मेरे कुछ करीबी दोस्त हैं और हम एक साथ मिलकर इस प्रयास को आगे बढ़ाएंगे।"
सेंगोट्टैयन द्वारा पार्टी छोड़ चुके नेताओं को फिर से एकजुट करने की मांग पर एआईएडीएमके के राष्ट्रीय प्रवक्ता कोवई सत्यान ने प्रतिक्रिया दी। सत्यान ने कहा, "हमारे नेता (एडप्पादी पलानीस्वामी) सही समय पर इस मुद्दे पर फैसला लेंगे और इस निर्णय के बारे में सभी को सूचित किया जाएगा।"
सेंगोट्टैयन का यह बयान 2026 में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के लिए एकजुटता और रणनीति को मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित करता है।