नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम ने 1983 में अपना पहला विश्व कप जीता था। भारत ने उस समय की सबसे मजबूत वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम को हराकर क्रिकेट की यह महा प्रतियोगिता जीती थी।
भारत की उस टीम में ऐसे भी क्रिकेटर थे, जो दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों से ही नहीं, बल्कि छोटे शहरों से भी थे। छोटे शहरों से आने वाले क्रिकेटरों में एक नाम यशपाल शर्मा का भी था।
यशपाल शर्मा का जन्म 11 अगस्त 1954 को लुधियाना, पंजाब में हुआ था। यशपाल को बचपन से ही क्रिकेट से लगाव था। वह बेहद प्रतिभावान बल्लेबाज थे। घरेलू क्रिकेट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा था।
यशपाल ने अपने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू से जुड़ा एक बेहद मजेदार किस्सा एक इंटरव्यू में सुनाया था। उन्होंने कहा था कि एक बार जब वह पंजाब की तरफ से रणजी मैच खेल रहे थे तो उसे देखने के लिए मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार आए थे। अभिनेता को यशपाल की बल्लेबाजी अच्छी लगी थी और फिर उन्होंने बीसीसीआई के अधिकारियों के साथ उनका जिक्र किया था। यशपाल शर्मा ने कहा था कि उनके अंतरराष्ट्रीय डेब्यू में इस घटना का बेहद अहम रोल रहा था।
24 साल की उम्र में यशपाल ने 1978 में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया था। वहीं, 1979 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया था।
1979 से लेकर 1985 के बीच में यशपाल शर्मा ने 37 टेस्ट और 42 वनडे खेले। टेस्ट में 2 शतक और 9 अर्धशतक की मदद से 1,606 और वनडे में 4 अर्धशतक की मदद से उन्होंने 883 रन बनाए।
भारत को 1983 का विश्व कप जिताने में उनकी अहम भूमिका रही थी। वह टीम की तरफ से दूसरे श्रेष्ठ स्कोरर थे। 8 मैचों में उन्होंने 240 रन बनाए थे। उनके वनडे करियर के कुल 4 में से 2 अर्धशतक 1983 विश्व कप में आए थे। सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 61 रन की यादगार पारी खेली थी। इसके अलावा वेस्टइंडीज के खिलाफ लीग मैच में 89 रन की पारी खेली, जो वनडे फॉर्मेट में उनका सर्वाधिक स्कोर रहा। शर्मा अपने वनडे करियर में कभी भी शून्य पर आउट नहीं हुए।
संन्यास के बाद वह कोच, चयनकर्ता और कमेंटेटर के रूप में सक्रिय रहे। 13 जुलाई 2021 को उनका नई दिल्ली में निधन हो गया।