दृष्टिबाधित महिला टी20 विश्व कप के लिए चुनी गईं ओडिशा की चार बेटियां, सीएवीआई ने किया सम्मानित

भुवनेश्वर, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। ओडिशा की चार बेटियों को 11-25 नवंबर तक भारत और श्रीलंका में आयोजित होने वाले पहले दृष्टिबाधित महिला टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में चुना गया है। विश्व कप से पहले ओडिशा दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ (सीएवीआई) ने सम्मान समारोह में इन खिलाड़ियों का हौसला अफजाई किया है।

ओडिशा की फुला सरेन, बसंती हांसदा, जमुना रानी टुडू और पार्वती मरांडी को इस विश्व कप के लिए भारतीय टीम में चुना गया है, जो ओडिशा के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण और महिला दृष्टिबाधित क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।

इस सम्मान समारोह में खिलाड़ियों की उल्लेखनीय उपलब्धियों, दृढ़ संकल्प और ओडिशा के आदिवासी इलाकों से अंतरराष्ट्रीय मंच तक के उनके प्रेरणादायक सफर को सराहा गया।

ओडिशा टीम की कप्तान फुला सरेन एक अनुभवी ऑलराउंडर हैं। फुला 2023 आईबीएसए विश्व खेलों की स्वर्ण पदक विजेता हैं, जिन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।

बल्ले और गेंद, दोनों से शानदार प्रदर्शन करने वाली फुला दृष्टिबाधित महिला टीम की एक विश्वसनीय कप्तान के रूप में उभरी हैं। उन्होंने विश्व कप टीम में चयनित होने पर खुशी जताते हुए कहा, "मुझे भारत का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है। मैं विश्व कप जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी।"

ओडिशा टीम की उपकप्तान बसंती हांसदा को उनके असाधारण ऑलराउंड कौशल और शानदार क्षेत्ररक्षण के लिए जाना जाता है। वह विश्व खेलों की स्वर्ण पदक विजेता भी हैं।

उन्होंने कहा, "हमारे खेल को निखारने के लिए सीएवीआई का धन्यवाद। मुझे विश्वास है कि मैं भारत को विश्व कप जीतने में मदद कर पाऊंगी।"

जमुना रानी की तेज गेंदबाजी और विकेट के पीछे पार्वती की चपलता के साथ, ये युवा एथलीट भारत में महिला दृष्टिबाधित क्रिकेट के धैर्य, कौशल और बढ़ती ताकत का उदाहरण हैं।

भारत और श्रीलंका पहले दृष्टिबाधित महिला टी20 क्रिकेट विश्व कप की संयुक्त मेजबानी करेंगे। इस विश्व कप में भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका और अमेरिका की टीमें 21 लीग मुकाबलों में हिस्सा लेंगी।

--आईएएनएस

आरएसजी

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