नई दिल्ली: यूं तो भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन ने कभी आईपीएस ऑफिसर बनना चाहा था, लेकिन पिता के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने क्रिकेट को बतौर करियर चुना। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स की कमान संभाल चुके संजू सैमसन ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है।
11 नवंबर 1994 को तिरुवनंतपुरम में जन्मे संजू सैमसन के पिता सैमसन विश्वनाथ दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। पिता को खाकी वर्दी में देखकर संजू सैमसन ने आईपीएस अधिकारी बनने का मन बना लिया था, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
संजू सैमसन अपने पिता के साथ दिल्ली के किंग्सवे कैंप में रहते थे। यहां संजू भी दूसरे बच्चों की तरह गली क्रिकेट खेला करते। घर के पास एक सड़क थी, जहां एक दिन संजू क्रिकेट खेलते हुए बोल्ड हो गए।
जब पिता ने बेटे से पूछा कि वह बोल्ड कैसे हो गया? संजू ने बताया कि सड़क पर एक गड्ढा था। बॉल उससे टकराकर नीचे रह गई थी।
जब अगले दिन संजू स्कूल से वापस लौट रहे थे, तो देखा कि पिता अपने हाथों से उस गड्ढे को भर रहे हैं। इसके बाद पिता ने संजू से पूछा कि "बेटा, अब तो गड्ढा नहीं है?"
पिता के दोस्त अक्सर उनसे कहते कि वह बेकार ही बेटे पर इतनी मेहनत कर रहे हैं। एक क्रिकेटर बनना बहुत मुश्किल है, लेकिन पिता ने जिस सपने को देखा था, उसे पूरा करने की ठान ली थी।
साल 2006 में संजू सैमसन का दिल्ली की अंडर-13 टीम में चयन नहीं हुआ, जिसके बाद पिता ने नौकरी की कुर्बानी देते हुए पूरे परिवार के साथ तिरुवनंतपुरम लौटने का फैसला किया। दिल्ली पुलिस की नौकरी छोड़कर पिता बेटे को कड़ी ट्रेनिंग देने लगे। आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई।
साल 2011 में संजू सैमसन ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया, जिसके बाद अगले ही साल लिस्ट-ए मुकाबले में भी उतरे। इसमें शानदार प्रदर्शन का इनाम मिला और साल 2013 में संजू राजस्थान रॉयल्स की ओर से आईपीएल खेले।
अपने पहले ही सीजन में 11 मुकाबलों में 206 रन बनाने वाले संजू को आईपीएल 2014 में राजस्थान रॉयल्स ने 4 करोड़ में रिटेन किया। इस सीजन में उन्होंने 13 मुकाबलों में 339 रन जोड़े। साल 2015 में संजू को भारत की टी20 टीम में चुन लिया गया।
संजू ने 19 जुलाई 2015 को अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेला, जिसमें 19 रन बनाए, लेकिन इसके बाद उन्हें अगला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए करीब 5 वर्ष का इंतजार करना पड़ा।
संजू आईपीएल में लगातार अपनी चमक बिखेर रहे थे। साल 2021 में संजू को वनडे डेब्यू का भी मौका मिला।
उतार-चढ़ाव भरे करियर में संजू सैमसन ने मौका मिलने पर अपना दमखम दिखाया है। इस दौरान कुछ मैच जिताऊ पारी खेलकर फैंस का दिल भी जीता।
संजू सैमसन ने अपने वनडे करियर में 16 मैच खेले, जिसमें 56.66 की औसत के साथ 510 रन बनाए। वहीं, 51 टी20 मुकाबलों में उनके नाम 3 शतक और 3 अर्धशतकों के साथ 995 रन दर्ज हैं।
फर्स्ट क्लास करियर में 39.27 की औसत के साथ 3,888 रन बना चुके संजू ने लिस्ट-ए क्रिकेट में 3,487 रन जुटाए हैं। 177 आईपीएल मुकाबलों में इस खिलाड़ी ने 4,704 रन बनाने के साथ 86 कैच लपके और 17 खिलाड़ियों को स्टंप आउट भी किया है।
--आईएएनएस