Chinnaswamy Crowd Mishap: : तेजस्वी सूर्या समेत कई नेताओं ने कर्नाटक सरकार को ठहराया जिम्मेदार

आरसीबी की जीत का जश्न बना त्रासदी, चिन्नास्वामी स्टेडियम पर भगदड़ में कई लोग मारे गए
चिन्नास्वामी भगदड़ : तेजस्वी सूर्या समेत कई नेताओं ने कर्नाटक सरकार को ठहराया जिम्मेदार

बेंगलुरु: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की पहली आईपीएल जीत के जश्न के बीच बुधवार को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मचने से कई लोगों के मारे जाने और कई अन्य के घायल होने की सूचना है। यह घटना उस समय हुई जब प्रशंसक जीत के जश्न में शामिल होने के लिए पहले से खचाखच भरे स्टेडियम में घुसने की कोशिश कर रहे थे।

भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या, केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी समेत कई नेताओं ने दुख जताते हुए इस हादसे के लिए कर्नाटक सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

तेजस्वी सूर्या ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "चिन्नास्वामी से आ रही दुखद खबरों से मैं पूरी तरह स्तब्ध हूं। जो खुशी और वफादारी का जश्न होना चाहिए था, वह इतना घातक साबित हुआ। राज्य सरकार और नेतृत्व आरसीबी की जीत में अपनी अयोग्य हिस्सेदारी हासिल करने में व्यस्त थे और खुद सीएम ने जश्न के लिए खुला निमंत्रण दिया था, जबकि जमीन पर कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।"

सूर्या ने लिखा, "कल (मंगलवार) रात से स्थिति से अवगत होने के बावजूद, सरकार इसकी योजना बनाने में विफल रही और आखिरी समय में अजीबोगरीब फैसले लिए। पीड़ितों को मुआवजा देने और संबंधित लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए तुरंत कदम उठाए जाने चाहिए। बेंगलुरु और आरसीबी के लोग इसके हकदार नहीं थे।"

प्रल्हाद जोशी ने एक्स पर लिखा, "कर्नाटक में भगदड़ में सात लोगों की मौत हो गई। खराब योजना और भीड़ के कुप्रबंधन के कारण इतनी बड़ी क्षति देखना दुखद है। कर्नाटक में राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह विफल रही है। जश्न मनाना एक बात है, लेकिन राज्य सरकार ने बिना उचित योजना बनाए, आपातकालीन सेवाओं को विश्वास में लिए बिना, यह जरूरी और दुर्भाग्यपूर्ण फैसला ले लिया। इसे टाला जा सकता था। इसके लिए सरकार जिम्मेदार है और जवाबदेही तय की जानी चाहिए।"

भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, "बेंगलुरु में भगदड़ की दुखद घटना। जश्न का माहौल दुःस्वप्न में बदल गया। कर्नाटक सरकार द्वारा आरसीबी के आईपीएल अभियान का जश्न मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में, खराब योजना और भीड़ के कुप्रबंधन के कारण भगदड़ मच गई। सात लोगों की जान चली गई, 16 घायल हो गए और कई लोगों की हालत गंभीर है।"

उन्होंने लिखा, "इस दिल दहला देने वाली घटना को टाला जा सकता था। राज्य सरकार द्वारा बुनियादी प्रशासनिक दूरदर्शिता की कमी और भीड़ नियंत्रण में विफलता के कारण अपूरणीय क्षति हुई है। जवाबदेही तय की जानी चाहिए। लापरवाही के कारण जान गई, कुयोग से नहीं।"

इसी बीच, कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र घायलों से मिलने के लिए बोरिंग और लेडी कर्जन अस्पताल पहुंचे। उन्होंने भी इस हादसे के लिए पूरी तरह से राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने बिना किसी पूर्व तैयारी के विजय रैली निकालने की जल्दबाजी की, जिससे यह त्रासदी हुई। उन्होंने कहा, "मैंने कुछ पीड़ितों से बात की। वहां कोई पुलिस नहीं थी, कोई एम्बुलेंस की सुविधा नहीं थी।" उन्होंने घटना की न्यायिक जांच कराने की भी मांग की।

 

 

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