Pravin Amre Biography : तेंदुलकर और कांबली जैसा क्रिकेटर नहीं, आचरेकर जैसा कोच बनने की राह पर उनका ये शिष्य

प्रवीण आमरे: आचरेकर के शिष्य से भारतीय क्रिकेट के सफल कोच तक का सफर
जन्मदिन विशेष : तेंदुलकर और कांबली जैसा क्रिकेटर नहीं, आचरेकर जैसा कोच बनने की राह पर उनका ये शिष्य

नई दिल्ली: रमाकांत आचरेकर का नाम भारतीय क्रिकेट में सम्मान के साथ लिया जाता है। आचरेकर क्रिकेट कोच रहे हैं, जिनकी अकादमी से महान सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली, अजीत अगरकर जैसे क्रिकेटर निकले हैं। आचरेकर ने इन खिलाड़ियों के अलावा भी कई क्रिकेटर्स को कोचिंग दी थी। उन्हीं खिलाड़ियों में से एक आचरेकर की तरह ही बड़ा क्रिकेट कोच बनने की राह पर है। भारतीय क्रिकेट की ये शख्सियत हैं प्रवीण आमरे।

रमाकांत आचरेकर ने प्रवीण आमरे को भी कोचिंग दी थी। प्रवीण आमरे ने भारत के लिए खेला भी, लेकिन उन्हें तेंदुलकर, अगरकर या कांबली की तरह सफलता नहीं मिली। संन्यास के बाद प्रवीण ने कोचिंग की राह पकड़ी और अब अपने गुरु की तरह ही इस क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल कर रहे हैं। आमरे ने कई ऐसे क्रिकेटर्स को कोचिंग दी है, जो आज की तारीख में भारतीय टीम का बड़ा चेहरा हैं। इनमें सबसे बड़ा नाम श्रेयस अय्यर का है।

प्रवीण आमरे श्रेयस अय्यर के बचपन के कोच रहे हैं। उन्हें एक बेहतरीन बल्लेबाज के रूप में तैयार करने का काम आमरे ने किया है। अय्यर 2024 में भारतीय टीम से बाहर होने के बाद आमरे के पास पहुंचे थे। आमरे ने अय्यर की बल्लेबाजी तकनीक पर काम किया और नतीजा सभी के सामने है। अय्यर भारतीय टीम में लौट चुके हैं। वनडे के बाद टेस्ट और टी20 में भी उनकी वापसी की संभावना है। आमरे ने अलग-अलग समय में रॉबिन उथप्पा, सुरेश रैना, अजिंक्य रहाणे, दिनेश कार्तिक और नमन ओझा जैसे दिग्गज क्रिकेटर्स की बल्लेबाजी में मदद की है।

इसके अलावा, आमरे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोचिंग कर चुके हैं। 2012 में उनकी कोचिंग में भारत ने अंडर-19 विश्व कप जीता था। वह मुंबई क्रिकेट टीम के कोच रहे। आईपीएल में वह पुणे वॉरियर्स और दिल्ली कैपिटल्स से जुड़े रहे हैं। 2021 में वह दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच थे। 2019 में उन्हें यूएसए क्रिकेट टीम का बल्लेबाजी कोच बनाया गया था। 2023 में शुरू हुई मेजर लीग क्रिकेट में वह सिएटल ऑर्कस के हेड कोच थे।

14 अगस्त 1968 को जन्मे प्रवीण आमरे दाएं हाथ के बल्लेबाज और लेग स्पिनर रहे। घरेलू क्रिकेट में वह मुंबई, रेलवे, राजस्थान, और बंगाल के लिए खेले। भारत के लिए उन्होंने 1991 में डेब्यू किया था। 1991 से लेकर 1994 के बीच उन्होंने भारतीय टीम के लिए 11 टेस्ट और 37 वनडे खेले। टेस्ट में 1 शतक और 3 अर्धशतक लगाते हुए 425 और वनडे में 2 अर्धशतक लगाते हुए 513 रन बनाए।

 

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