India International Javelin Event: 'एक ही समय में प्रतिस्पर्धा और आयोजन चुनौतीपूर्ण': एनसी क्लासिक 2025 में दोहरी भूमिका पर बोले नीरज चोपड़ा

नीरज चोपड़ा बोले– क्लासिक में आयोजन और प्रतिस्पर्धा दोनों करना आसान नहीं, तैयारी ज़ोरों पर
'एक ही समय में प्रतिस्पर्धा और आयोजन चुनौतीपूर्ण': एनसी क्लासिक 2025 में दोहरी भूमिका पर बोले नीरज चोपड़ा

बेंगलुरु:  दो बार ओलंपिक पदक जीत चुके नीरज चोपड़ा ने कहा है कि 'नीरज चोपड़ा क्लासिक 2025' का आयोजन और इसमें प्रतिस्पर्धा की दोहरी भूमिका उनके लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रही है। आयोजन के साथ साथ प्रतिस्पर्धा की भी कड़ी तैयारी करनी पड़ती है।

एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) द्वारा अनुमोदित और नीरज चोपड़ा, जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स द्वारा सह-आयोजित 'नीरज चोपड़ा क्लासिक' में दुनिया भर से शीर्ष जैवलिन खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। यह भारत की पहली अंतरराष्ट्रीय भाला फेंक प्रतियोगिता है, जो शनिवार को श्री कांतीरवा स्टेडियम में होने वाली है।

नीरज चोपड़ा ने कहा, "सबसे मुश्किल काम सिर्फ इस तरह के इवेंट के बारे में सोचना और फिर उसमें हिस्सा लेना है। लेकिन आयोजन के साथ-साथ खेलना वाकई चुनौतीपूर्ण है। अब तक मेरा ध्यान सिर्फ खेलने पर था। लेकिन, अब मुझे हर चीज का ध्यान रखना पड़ रहा है।"

इवेंट की तैयारी की देखरेख से लेकर एथलेटिक्स मीट के लिए अपनी तैयारी को बेहतर बनाने तक, नीरज चोपड़ा इवेंट के हर पहलू में शामिल हैं।

नीरज ने कहा, "यहां तक ​​कि जब खाने की बात आती है, तो मुझे यह सुनिश्चित करना होता है कि यह एथलीटों के लिए बहुत मसालेदार न हो।"

नीरज ने अपनी बात को प्रेस कॉन्फ्रेंस में साथ बैठे साथी खिलाड़ी थॉमस रोहलर और जूलियस येगो को भी अंग्रेजी में समझाया।

रियो ओलंपिक चैंपियन रोहलर ने आयोजक और प्रतियोगी के रूप में चोपड़ा की दोहरी भूमिका पर कहा, "अभी तक वह (नीरज चोपड़ा) वास्तव में अच्छा कर रहे हैं। मुझे लगता है कि ऐसे देश में आना खुशी की बात है जो वास्तव में जैवलिन के क्षेत्र में उभर रहा है। इसलिए यह हम सभी के लिए एक विशेष क्षण है।"

रोहलर ने आगे बताया कि जब उन्हें प्रतियोगिता के लिए आमंत्रण के बारे में चोपड़ा से कॉल आया था। उन्होंने कहा, "हमने इस मीट के बारे में काफी पहले ही संपर्क कर लिया था। मैं इस अवसर का लाभ उठाऊंगा।"

2016 रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले केन्याई एथलीट येगो ने कहा, "आप लोग इसे एक छोटी घटना के रूप में देख सकते हैं, लेकिन यह वास्तव में बड़ी है। जब मेरे मैनेजर ने मुझे इस आयोजन के बारे में बताया, तो मैंने कहा, 'हां, मैं भारत जाना चाहता हूं क्योंकि चोपड़ा मेरा अच्छा दोस्त है।'

 

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