जयपुर: खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का पांचवां एडिशन 24 नवंबर से राजस्थान में शुरू हो रहा है। आयोजन 5 दिसंबर तक होगा। आयोजन राजस्थान के सात शहरों जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, भरतपुर और बीकानेर में होगा। खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा है कि यह आयोजन वैश्विक तौर पर चैंपियन खिलाड़ियों को बनाने में मदद करेगा। ओलंपियन तैराक श्रीहरि नटराज और तीरंदाज भजन कौर आयोजन के शीर्ष एथलीट हैं।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 का आयोजन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई), राजस्थान सरकार और राजस्थान स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल के साथ मिलकर कर रही है। यह पहली बार है जब राजस्थान खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी करेगा। खेलो इंडिया युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय का एक फ्लैगशिप इवेंट है जिसमें भारत के सबसे अच्छे यूनिवर्सिटी एथलीट हिस्सा लेते हैं। ये गेम्स एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज और नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन के साथ मिलकर भी होते हैं। राजस्थान में पूर्णिमा यूनिवर्सिटी होस्ट मेजबान है।
आयोजन में 230 से अधिक विश्वविद्यालयों के करीब 5000 एथलीट 24 अलग-अलग खेलों में हिस्सा लेंगे, जिसमें 23 मेडल वाले स्पोर्ट्स और एक डेमोंस्ट्रेशन इवेंट शामिल हैं। इस साल कैनोइंग, कयाकिंग, साइकिलिंग और बीच वॉलीबॉल को शामिल किया गया है। इससे भारतीय यूनिवर्सिटी स्पोर्ट की बढ़ती विविधता और लक्ष्य को दिखाते हैं।
डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, "खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स भारत के उभरते स्पोर्टिंग टैलेंट का एक जबरदस्त सेलिब्रेशन है। यह प्लेटफार्म बेहतरीन युवा एथलीट्स को एक साथ लाता है जो डेडिकेशन, डिसिप्लिन और एक्सीलेंस की भावना दिखाते हैं। जैसे-जैसे भारत एशियन गेम्स 2026 और आगे होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स की ओर नए एम्बिशन के साथ आगे बढ़ रहा है, ये गेम्स ग्लोबल स्टेज के लिए चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। खेलो इंडिया हर एथलीट को महान बनने का मौका और समर्थन देता है। हम उनकी उम्मीदों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
राजस्थान के खेल मंत्री और ओलंपिक पदक विजेता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा, "राजस्थान में होने वाले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में कई टॉप एथलीट हिस्सा लेंगे। इनमें दो बार के ओलंपियन तैराक श्रीहरि नटराज और ओलंपियन भजन कौर, परनीत कौर, एशियन गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट और वर्ल्ड चैंपियन कंपाउंड तीरंदाज अदिति गोपीचंद स्वामी जैसे कई इंटरनेशनल तीरंदाज शामिल हैं। जैन यूनिवर्सिटी के नटराज छह स्विमिंग इवेंट्स में हिस्सा लेंगे। 2022 एडिशन के बाद यह उनका दूसरा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स होगा। आने वाले तैराकों के लिए एक शानदार प्लेटफॉर्म है। काफी लोग एशियन लेवल पर स्विमिंग कर रहे हैं और मैं उनके साथ मुकाबला करने के लिए उत्सुक हूं। मुझे लगता है कि खेल मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे ये बहुत अच्छे प्रोग्राम हैं और एथलीटों को इनका पूरा फायदा उठाना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "हर युवा में कोई न कोई प्रतिभा होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि ऐसे युवाओं को अपने काम में बेहतर करने के मौके मिलें। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स वैसा ही प्लेटफॉर्म है जहां 5000 एथलीट ऐसे माहौल में मुकाबला कर सकते हैं जहां स्किल्स सबसे जरूरी हैं। मेडल जीतना ही सब कुछ नहीं है। स्पोर्ट्स अच्छे नागरिक बनाने में भी मदद करते हैं।"
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के पिछले एडिशन में, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी 66 मेडल (28 गोल्ड) के साथ टॉप पर रही थी। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर, नंबर 2 और 3 पर रहे। आठ गेम्स रिकॉर्ड बने और सभी एथलेटिक्स में।
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जो 267 एथलीटों का सबसे बड़ा ग्रुप उतारेगा, फिर से टॉप तीन में जगह बनाने के लिए बेताब है।
यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने कहा, "हम हमेशा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए अच्छी तैयारी करते हैं और हमें उम्मीद है कि हम अपनी निरंतरता बनाए रख पाएंगे। मौसम के हालात अच्छे हैं और एथलीट को हालात पसंद आएंगे।”
जैन यूनिवर्सिटी, अपने तैराकों की टीम के साथ, पूल से अपने मुख्य मेडल जीतने की उम्मीद कर रही है। जैन यूनिवर्सिटी स्विमिंग को बढ़ावा दे रही है।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का मकसद युवा प्रतिभाओं को पहचानना और उन्हें निखारना है, ताकि मुकाबला करने और बेहतर करने के लिए एक नेशनल प्लेटफॉर्म मिल सके।
--आईएएनएस
