'खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल' में मध्य प्रदेश की महिला एथलीटों की नजर गोल्ड पर

श्रीनगर, 23 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की शिखा चौहान, रीना सेन और पल्लवी जगताब डल झील में खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल, 2025 में व्यक्तिगत कैनोइंग और कयाकिंग स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीतने पर नजर गड़ाए हुए हैं। इन एथलीटों ने चीन में संपन्न एशियाई कैनो स्लैलम चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।

आईएएनएस से बात करते हुए शिखा ने कहा, "एशियाई चैंपियनशिप का अनुभव और उससे पहले थाईलैंड में की गई तैयारी श्रीनगर में उनके लिए फायदेमंद साबित होगी। चीन में सुविधाएं असाधारण थीं। यहां भी सुविधाएं बहुत अच्छी हैं।"

उन्होंने कहा कि वे श्रीनगर में आकर खुश हैं। खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल में भाग लेना रोमांचक है।

शिखा, रीना और पल्लवी भोपाल की लोअर लेक में प्रशिक्षण लेती हैं। वे मध्य प्रदेश राज्य वाटर स्पोर्ट्स अकादमी ऑफ एक्सीलेंस की छात्रा हैं। यह केंद्र अपने उत्कृष्ट बुनियादी ढांचे के लिए जाना जाता है, जिसने भोपाल को वाटर स्पोर्ट्स का केंद्र और इस खेल में राष्ट्रीय चैंपियन के रूप में स्थापित किया है।

शिखा ने कहा, "मेरा लक्ष्य एशियाई खेलों, विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतना है। खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल जैसे आयोजनों में भाग लेने से हमें बहुत आत्मविश्वास मिलता है और अपने खेल को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।"

रीना सेन ने कहा कि चीन से रजत पदक जीतकर लौटना एक सपने के सच होने जैसा था। एशिया भर के शीर्ष एथलीटों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करना चुनौतीपूर्ण और प्रेरणादायक दोनों था। माहौल, सुविधाएं और प्रतिस्पर्धा के स्तर ने हमें बहुत कुछ सिखाया। अब डल झील पर प्रतिस्पर्धा करना भी खास है। हमें उस लय को खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों में भी जारी रखने पर गर्व है और हम व्यक्तिगत स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य बना रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि मैं अपने कोचों और अकादमी के सहयोग के लिए सचमुच आभारी हूं। खेलो इंडिया हमें अपने कौशल को और निखारने और देश भर के युवा एथलीटों को प्रेरित करने के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करता है।

पल्लवी जगताप ने कहा, "शिखा और रीना के साथ इतने कड़े माहौल में प्रतिस्पर्धा करना रोमांचक और विनम्र करने वाला था। चीन के ठंडे और तेज पानी ने हमें आगे की चुनौतियों के लिए अच्छी तरह तैयार किया। अब खेलो इंडिया प्रतियोगिता में कदम रखते हुए मैं और भी ज्यादा आत्मविश्वास से भरी हुई हूं।"

तीनों खिलाड़ियों का रजत पदक जीतना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एशियाई कैनोइंग सर्किट में हाल के वर्षों में किसी भारतीय महिला टीम के सबसे मजबूत प्रदर्शनों में से एक है।

यह भारत में जल खेलों के बढ़ते मानकों और विकास का संकेत है, जो एथलीटों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में बढ़ते निवेश और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन से प्रेरित है।

कोच चंपा मौर्या ने कहा कि तीनों प्रतिभाशाली एथलीटों ने चीन में हुई कड़ी प्रतिस्पर्धा के दौरान उत्कृष्ट तकनीकी कौशल, सहज समन्वय और असाधारण संतुलन का प्रदर्शन किया। ये खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल 2025 में भी बेहतर प्रदर्शन करेंगी।

--आईएएनएस

पीएके/एएस

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