हॉकी मेंस जूनियर कप: भारत ने गंवाया फाइनल में पहुंचने का मौका, अब ब्रॉन्ज पर कोच श्रीजेश की निगाहें

चेन्नई, 9 दिसंबर (आईएएनएस)। हॉकी मेंस जूनियर वर्ल्ड कप 2025 में भारत फाइनल में जगह बनाने से चूक गया, लेकिन अब उसका मकसद टूर्नामेंट को मेडल के साथ खत्म करना है। यह टीम बुधवार को चेन्नई के एग्मोर में मेयर राधाकृष्णन हॉकी स्टेडियम में तीसरे/चौथे स्थान के लिए अर्जेंटीना का सामना करेगी।

भारतीय टीम के अब तक के सफर पर बात करते हुए हेड कोच पीआर श्रीजेश ने कहा, "हमने पूरे टूर्नामेंट में अच्छा खेला है, सिवाय सेमीफाइनल मुकाबले के, जहां पहले क्वार्टर में आसान गोल खाने से हम पर बहुत ज्यादा दबाव आ गया था।"

उन्होंने कहा, "हमारे लिए सबसे जरूरी बात है कि हम खुद को देखें और अपनी ताकत को समझें, गलतियां कम करें और यह सुनिश्चित करें कि हम अपने मौकों को गोल में बदलें। इस तरह के टूर्नामेंट में, खासकर नॉकआउट मुकाबलों में, स्कोरबोर्ड का दबाव बहुत जरूरी होता है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम जल्द गोल न खाएं और पहले क्वार्टर से ही गोल करने के मौके बनाएं।"

अर्जेंटीना के खिलाफ मुकाबले को लेकर कोच पीआर श्रीजेश ने कहा, "बुधवार को 'करो या मरो' का मुकाबला है। खिलाड़ियों को मैदान में उतरकर अपना शत प्रतिशत देना होगा। मूल बातों पर ध्यान देना जरूरी होगा। बहुत सारे दर्शक होंगे, जो हमसे जीत की उम्मीद करेंगे। खिलाड़ी सीनियर टीम के ओलंपिक अनुभवों से प्रेरणा ले सकते हैं कि सेमीफाइनल हारकर वापस आकर ब्रॉन्ज मेडल जीतने से कितना बड़ा फर्क पड़ता है। लड़के यह जानते हैं। मुझे विश्वास है कि वे इस मौके का फायदा उठाएंगे।"

भारत को सेमीफाइनल मुकाबले में गत विजेता जर्मनी के हाथों 1-5 से शिकस्त झेलनी पड़ी है। हार के बावजूद, मेजबान टीम ने पूरे टूर्नामेंट में अपनी काबिलियत दिखाई है। ग्रुप स्टेज में शानदार प्रदर्शन के साथ इस टीम ने कुल 32 गोल किए हैं, जिनमें 29 गोल पूल स्टेज के दौरान किए गए। क्वार्टर फाइनल में, गोलकीपर प्रिंसदीप सिंह के शानदार प्रदर्शन की वजह से भारत ने 2-2 से रोमांचक ड्रॉ के बाद शूटआउट में बेल्जियम को शिकस्त दी थी।

--आईएएनएस

आरएसजी

Related posts

Loading...

More from author

Loading...