ग्वालियर: पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूई पहलवान और प्रो पंजा लीग की टीम 'शेर-ए-लुधियाना' के एंबेसडर 'द ग्रेट खली' ने हर खेल में टूर्नामेंटों की संख्या बढ़ाने की बात कही। उन्होंने कहा कि 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए भारत का रास्ता देश के जमीनी स्तर से निकलता है।
आईएएनएस से विशेष बातचीत में द ग्रेट खली ने भारत के 2036 में ओलंपिक की संभावित मेजबानी और प्रो पंजा लीग पर अपनी राय रखी।
खली ने कहा, "जमीनी स्तर पर ज्यादा से ज्यादा टूर्नामेंट आयोजित होने चाहिए। कम उम्र से ही कड़ी मेहनत और अभ्यास शुरू करने की जरूरत है। हमारे पास प्रतिभाओं का विशाल भंडार मौजूद है, जो ज्यादा प्रतिस्पर्धा के साथ बढ़ेगा और समृद्ध होगा। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे मानसिक रूप से मजबूत बनेंगे। इसके परिणामस्वरूप भारत को और पदक जीतने और जीतने की मानसिकता बनाने में मदद मिलेगी।"
प्रो पंजा लीग की बात करें तो इसमें मुंबई मसल, जयपुर वीर्स, किराक हैदराबाद, शेर-ए-लुधियाना, रोहतक राउडीज और एमपी हाथोदास सहित छह टीमें प्रतिष्ठित खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी।
पहले दिन के मुख्य-कार्ड मुकाबलों में, मुंबई मसल ने एमपी हाथोदास को हराया जबकि किराक हैदराबाद ने लुधियाना स्थित फ्रैंचाइजी को हराया।
खली की टीम को पहले दिन हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन, उनका मानना है कि उनकी टीम में दूसरा संस्करण जीतने की ताकत है।
उन्होंने आगे कहा, "यह तो बस शुरुआत है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि मेरी टीम जीतेगी। हम कभी उम्मीद नहीं छोड़ेंगे, बस देखते रहिए। आप उनकी मजबूती का अंदाजा उनके बाइसेप्स देखकर ही लगा सकते हैं, हर किसी के बाइसेप्स 20 इंच से ज्यादा बड़े हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि शेर-ए-लुधियाना जीतेगा।"