वॉशिंगटन, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कनाडा की लेयला फर्नांडीज ने एक बेहद कड़े मुकाबले में जबरदस्त वापसी करते हुए वॉशिंगटन ओपन के फाइनल में जगह बना ली। यह मैच 3 घंटे 12 मिनट तक चला जिसमें फर्नांडीज ने तीसरी वरीयता प्राप्त कजाखस्तान की एलेना रायबाकिना को 6-7(2), 7-6(3), 7-6(3) से हराया।
यह एक साल से भी ज्यादा समय बाद उनका पहला फाइनल है। अगर वह जीतीं, तो यह 2023 हांगकांग के बाद उनका पहला खिताब होगा। डब्ल्यूटीए की रिपोर्ट के अनुसार, उनके करियर के तीनों डब्ल्यूटीए एकल खिताब हार्ड कोर्ट पर ही आए हैं।
फर्नांडीज का अगला मुकाबला अन्ना कालिंस्काया से होगा, जिन्होंने दिन के दूसरे सेमीफाइनल में 2021 यूएस ओपन चैंपियन एम्मा रादुकानू को 6-4, 6-3 से शिकस्त दी।
'डीसी ओपन' अन्ना कालिंस्काया के लिए टूर का सबसे बेहतरीन टूर्नामेंट साबित हुआ है। इस इवेंट में उनका मेन ड्रॉ जीत-हार रिकॉर्ड 9-2 का है। वह कभी भी क्वार्टर फाइनल से पहले बाहर नहीं हुई हैं। साल 2019 में, जब वह क्वालीफायर के रूप में टूर्नामेंट में शामिल हुईं, तब उनकी रैंकिंग सिर्फ 160 थी, उन्होंने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था।
कालिंस्काया इस साल एक कदम और आगे बढ़ गईं। वह पिछले साल डब्ल्यूटीए 1000 दुबई और डब्ल्यूटीए 500 बर्लिन के बाद अपने करियर के दूसरे डब्ल्यूटीए एकल फाइनल में पहुंच गई हैं। डब्ल्यूटीए के आंकड़ों के अनुसार, दोनों फाइनल में मामूली हार के बाद, उनके पास डब्ल्यूटीए एकल खिताब विजेताओं के क्लब में शामिल होने का एक और 'गोल्डन चांस' है।
विश्व की 36वें नंबर की खिलाड़ी फर्नांडीज और 48वें नंबर की खिलाड़ी कालिंस्काया के लिए यह खिताबी मुकाबला एक बड़ा मौका है, क्योंकि दोनों ही पहले शीर्ष 20 में स्थान बना चुकी हैं। डब्ल्यूटीए 500 ट्रॉफी इन दोनों के लिए करियर का सबसे बड़ा खिताब होगा। कालिंस्काया ने अभी तक कोई डब्ल्यूटीए एकल खिताब नहीं जीता है।
फर्नांडीज ने अपने पिछले मुकाबले में कालिंस्काया को मामूली अंतर से हराया था। साल 2021 में ग्वाडलजारा के हार्ड कोर्ट पर फर्नांडीज ने कालिंस्काया को 7-5, 4-6, 6-4 से शिकस्त दी थी।
--आईएएनएस
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