नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) 28 सितंबर को मुंबई में होने जा रही है। ऐसे में बोर्ड के अध्यक्ष पद की दौड़ अब कुछ नामचीन शख्सियत तक ही सीमित रह गई है।
निर्वाचन अधिकारी एके जोति की ओर से 19 सितंबर को जारी अंतिम मतदाता सूची में चार पूर्व क्रिकेटर और प्रशासक शामिल हैं।
सौरव गांगुली (बंगाल क्रिकेट संघ), हरभजन सिंह (पंजाब क्रिकेट संघ), रघुराम भट्ट (कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ) और जयदेव शाह (सौराष्ट्र क्रिकेट संघ) को शीर्ष पद की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। इनकी मौजूदगी ने दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट निकाय का नेतृत्व क्रिकेटर-प्रशासकों से करने की मांग को और मजबूत कर दिया है।
पूर्व भारतीय विकेटकीपर और पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता किरण मोरे ने इसमें नया मोड़ ला दिया है। वह वर्तमान में बड़ौदा क्रिकेट संघ के सचिव हैं। हालांकि, उन्हें रोल में राज्य प्रतिनिधि के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया गया है। सूत्रों के अनुसार, उनकी नामांकन की संभावना बनी हुई है।
किरण मोरे ने मुंबई इंडियंस के साथ भी काम किया है। वह वर्तमान में विमेंस प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस विमेंस टीम के जनरल मैनेजर हैं। मोरे को क्रिकेट और प्रशासन दोनों में अनुभव और विशेषज्ञता रखने वाला माना जाता है।
कुछ समय पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर इस पद में रुचि ले सकते हैं, लेकिन इस दिग्गज क्रिकेटर ने तमाम अटकलों को खारिज कर दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शीर्ष पद के लिए एक अनौपचारिक बैठक शनिवार को नई दिल्ली में होने की संभावना है। चुनाव प्रक्रिया 20 सितंबर को नामांकन के साथ शुरू होगी, 23 सितंबर को नामांकन की जांच और अंतिम सूची जारी की जाएगी। वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के दौरान 28 सितंबर को मतदान होगा।
इस बैठक में नए राष्ट्रीय चयनकर्ताओं की भी घोषणा की जाएगी, जिससे यह भारतीय क्रिकेट प्रशासन में एक महत्वपूर्ण मोड़ बन जाएगा।